सीरीज कब्जा करने को उतरेगा भारत
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सीरीज कब्जा करने को उतरेगा भारत

लगातार दो मैचों में जीत के बाद उत्साह से लबरेज भारतीय टीम गुरुवार को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय क्रिकेट मैच में जीत के साथ पांच मैचों की श्रृंखला अपने नाम करने के इरादे से उतरेगी।

मोहाली : लगातार दो मैचों में जीत के बाद उत्साह से लबरेज भारतीय टीम गुरुवार को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय क्रिकेट मैच में जीत के साथ पांच मैचों की श्रृंखला अपने नाम करने के इरादे से उतरेगी। भारत अगर 3-0 की निर्णायक बढ़त हासिल कर लेता है तो वह इंग्लैंड में वनडे श्रृंखला में मिली हार का बदला भी चुकता कर लेगा जबकि इसी दौरे पर हुए वाइटवाश की निराशा को भी कुछ हद तक पीछे छोड़ देगा।

 

महेंद्र सिंह धोनी की टीम ने हैदराबाद और दिल्ली में खेले पहले दो मैचों में आसान जीत दर्ज की थी। हैदराबाद में पहले वनडे में मेजबान टीम ने 126 जबकि दिल्ली में दूसरे मैच में आठ विकेट से जीत हासिल की। भारत की युवा टीम इंग्लैंड के खिलाफ अपने दबदबे को बरकरार रखना चाहेगी। टीम को इस बात से भी प्रेरणा मिलेगी कि वह 2-0 की बढ़त के साथ आईसीसी एकदिवसीय रैंकिंग में इंग्लैंड को पछाड़कर चौथे स्थान पर पहुंच गया है और एक और जीत के साथ इस स्थान पर उसका दावा मजबूत हो जाएगा।

 

तीसरे मैच की विकेट से हालांकि स्पिनरों के मुकाबले तेज गेंदबाजो को अधिक सहायता मिलने की उम्मीद है।
चोट के कारण सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और जहीर खान जैसे सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में टीम को जीत दिलाने की जिम्मेदारी यूथ ब्रिगेड पर थी जिसने पहले दो मैचों में निराश नहीं किया। बीसीसीआई ने भी इसके बाद बाकी बचे तीन मैचों के लिए इसी टीम को बरकरार रखा।

 

जारी खराब फॉर्म से जूझ रहे हरभजन सिंह की एक बार फिर अनदेखी की गई है जिसके कारण भारत के अनुभवहीन गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई एक बार फिर तज गेंदबाज प्रवीण कुमार करेंगे। भारी दबाव के बावजूद भारत के अनुभवहीन तेज गेंदबाजों ने अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है। प्रवीण कुमार ने धारदार गेंदबाजी की है जबकि युवा उमेश यादव ने अपनी तेजी और विकेट लेने की क्षमता से प्रभावित किया है। यादव ने हालांकि अधिक रन खर्च किए हैं। आर विनय कुमार ने बीच के ओवरों में सहयोगी की बेहतरीन भूमिका निभाई है और दिल्ली में चार विकेट चटकाकर भारत को जीत दिलाने में उनका अहम योगदान था। भारत की यह तेज गेंदबाजी जोड़ी अब मोहाली के विकेट पर गेंदबाजी करने के लिए बेताब होगी जिसे अपनी तेजी और उछाल के लिए जाना जाता है।

 

श्रृंखला में अब तक चार-चार विकेट चटका चुके आर अश्विन और रविंद्र जडेजा ने अपनी फिरकी के जादू से अब तक टीम को हरभजन की कमी महसूस नहीं होने दी है। आलराउंडर के रूप में जडेजा की मौजूदगी टीम को संतुलित करती है और धोनी को अतिरिक्त गेंदबाज भी देती है। भारत के लिए हालांकि सबसे संतोष की बात उसके बल्लेबाजों का प्रदर्शन अच्छा रहा  है। सलामी बल्लेबाजों पार्थिव पटेल और अजिंक्य रहाणे को छोड़कर उसके सभी बल्लेबाजों ने पहले दो मैचों में रन बनाए। (एजेंसी)

 

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