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नई दिल्ली : खनन और अन्य भ्रष्टाचार के आरोपों में लोकायुक्त द्वारा आरोपित कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा से भाजपा संसदीय बोर्ड ने गुरुवार को इस्तीफा देने को कहा. पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी के निवास पर भाजपा की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई ने सर्वसम्मति से यह फैसला किया.
बैठक में भाजपा संसदीय दल के अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी, लोकसभा में नेता विपक्ष सुषमा स्वराज राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली पूर्व अध्यक्ष राजनाथसिंह और एम वेंकैया नायडू सहित बोर्ड के लगभग सभी सदस्य उपस्थित थे.
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रवि शंकर प्रसाद ने बताया कि येदियुरप्पा के स्थान पर कर्नाटक भाजपा विधायक दल के नए नेता का चुनाव संभवत: शुक्रवार को किया जाएगा. नए नेता के चुनाव के लिए होने वाली बैठक में पर्यवेक्षक के रूप में अरुण जेटली और राजनाथ सिंह हिस्सा लेंगे.
इससे पूर्व बीती रात भाजपा के शीर्ष नेताओं ने येदियुरप्पा के साथ लोकायुक्त की रिपोर्ट को लेकर पैदा हुई राजनीतिक हालात पर चर्चा की थी. भाजपा सूत्रों ने कहा कि लोकायुक्त संतोष हेगड़े द्वारा अपनी रिपोर्ट में येदियुरप्पा को दोषी ठहराने के बाद उनका पद पर बना रहना अव्यवहारिक हो गया है.
अपने मंत्रियों और करीबियों के साथ कल शाम यहां पहुंचे येदियुरप्पा बागी तेवरों के साथ नजर आए और उन्होंने कहा था कि उनसे इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा गया है. मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय नेतृत्व को यह समझाने का प्रयास किया कि रिपोर्ट में लगाए गए आरोप नए नहीं हैं और इस संबंध में अदालत में एक मामला भी लंबित है.
केन्द्रीय नेतृत्व ने हालांकि उन्हें स्पष्ट कर दिया कि उनके लगातार पद पर बने रहने से भाजपा का भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान कमजोर पड़ेगा, खासकर ऐसी स्थिति में जबकि अगले सप्ताह संसद का मानसून सत्र शुरू होने वाला है. येदियुरप्पा के आज सुबह बेंगलुरु पहुंच गए उन्होंने दोपहर में अपनी कैबिनेट की बैठक बुलाई है.
रेड्डी बंधुओं पर भी लटकी तलवार
नई दिल्ली : कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को पद छोड़ने के लिए कहने के भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के निर्णय से रेड्डी बंधुओं के मंत्रिमंडल में बने रहने को लेकर प्रश्न खड़े हो गए हैं क्योंकि अवैध खनन मामले में लोकायुक्त रिपोर्ट में उन पर दोषारोपण किया गया है.
पर्यटन एवं सांस्कृति एवं अधारभूत विकास मंत्री जी. जनार्दन रेड्डी, उनके भाई एवं राजस्व मंत्री जी. करुणाकरण रेड्डी और उनके निकट सहयोगी एवं स्वास्थ्य मंत्री बी. श्रीरामुलू पर भी लोकायुक्त रिपोर्ट में दोषारोपण किया गया है.
श्रीरामुलू ने कहा कि कर्नाटक भाजपा इकाई पार्टी के केंद्रीय आलाकमान के सभी निर्णयों का पालन करेगी. उन्होंने कहा कि कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन करने और येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देने के लिए कहने का भाजपा संसदीय बोर्ड का निर्णय अंतिम है.
लोकायुक्त संतोष हेगड़े ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि रेड्डी भाइयों ने यद्यपि यह दावा किया है कि उनका राज्य में कोई खनन हित नहीं हैं लेकिन इसके बावजूद वे बेलारी में खनन गतिविधियों में शामिल हैं. ओबालापुरम खनन कंपनी (ओएमसी) मुख्य रूप से आंध्रप्रदेश एवं विशेष रूप से कड्डपा क्षेत्र में खनन में शामिल हैं.
भाजपा के एक नेता ने कहा कि हेगड़े ने रेड्डी बंधुओं के खिलाफ अन्य आरोप भी लगाए हैं, जिससे उनका कर्नाटक सरकार में बने रहना अतर्कसंगत बन गया है. भाजपा के केंद्रीय नेता ने कहा, ‘चूंकि येदियुरप्पा से कहा गया है कि वह लोकायुक्त रिपोर्ट में जिस आधार पर उन पर दोषारोपण किया गया है उस पर कागजात पेश करें. यदि इस आधार पर उन्हें पद छोड़ना पड़ता है तो रेड्डी बंधु अपने पद पर बने नहीं रह सकते.’
रेड्डी बंधु लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज से निकटता के दावे करते हैं और उन्होंने यह भी कहा है कि वह उनकी मां की तरह हैं. यद्यपि स्वराज ने हाल में कहा है कि उन्होंने एक ही मंत्रिमंडल में दो भाइयों के मंत्री बनने का विरोध किया था लेकिन उन्हें राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली एवं अन्य लोगों के प्रयास से मंत्रिमंडल में स्थान दे दिया गया. रेड्डी बंधुओं में सबसे छोटे जी सोमशेखर रेड्डी कर्नाटक दुग्ध महासंघ के अध्यक्ष हैं और उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त है. उनका भी परिवार के खनन उद्योग में हिस्सा है.
विकल्प तलाशने में जुटे येदियुरप्पा
बंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा अपने वफादार मंत्रियों और विधायकों के साथ बैठक करके विकल्प तलाशने में जुट गए हैं. भाजपा नेतृत्व ने अवैध खनन के मुद्दे पर लोकायुक्त की रिपोर्ट के मद्देनजर मुख्यमंत्री येदियुरप्पा को पद छोड़ने को कहा है. दिल्ली से लौटने के फौरन बाद येदियुरप्पा ने सी एम उदासी, मुरुगेश निरानी, उमेश कत्ती और बासवराज बोम्मई समेत एक दर्जन मंत्रियों से विचार-विमर्श किया. कई मंत्री और विधायक येदियुरप्पा के रेसकोर्स स्थित निवास पर एकत्रित हुए. दिल्ली से लौटने पर येदियुरप्पा बुझे-बुझे से दिखाई दे रहे थे. उन्होंने कहा कि वह 31 जुलाई को दोबारा दिल्ली जाएंगे.