लखनऊ : कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) ने भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोपों में हटाये गए उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रियों बाबू सिंह कुशवाहा और बादशाह सिंह को दल में शामिल करने के लिये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि इससे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की बातें करने वाले दल की कलई खुल गई है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी ने यहां संवाददाताओं से कहा, कुशवाहा को पार्टी में शामिल करने के कदम ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज के भ्रष्टाचार के खिलाफ संसद में किए गए दावों का खोखलापन जाहिर कर दिया है।
उन्होंने कहा, ऐसा लगता है कि भाजपा का लक्ष्य भ्रष्टाचार से लड़ना और स्वच्छ राजनीति करना नहीं बल्कि किसी न किसी तरह सत्ता तक पहुंचना है। रीता ने कहा कि इससे भाजपा और सत्तारूढ़ बहुजन समाज पार्टी (बसपा0 के बीच ‘नापाक गठबंधन’ भी उजागर हो गया है। ये दोनों दल पूर्व में भी एक-दूसरे का साथ दे चुके हैं और अगर हालात बने तो वे एक बार फिर गलबहियां कर लेंगे।
इस बीच, सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन घोटाले में फंसे कुशवाहा को भाजपा में शामिल किये जाने की निंदा करते हुए कहा कि इससे भाजपा का चेहरा, चाल और चरित्र उजागर हो गया है। उन्होंने कहा, प्रदेश में हुए भ्रष्टाचार में भाजपा और बसपा की साठगांठ हैं। कुशवाहा को शामिल करके भाजपा ने अपना चाल, चरित्र और चेहरा उजागर कर दिया है। (एजेंसी)