मणिपुर में आर्थिक नाकेबंदी शुरू
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मणिपुर में आर्थिक नाकेबंदी शुरू

मणिपुर में पहाड़ी जिले के 7,000 छात्रों को दसवीं की परीक्षा में शामिल होने की अनुमति देने की मांग के समर्थन में यहां के दो छात्र संगठनों द्वारा आहूत इंफाल-मोरेह राष्ट्रीय राजमार्ग की अनिश्तिकालीन आर्थिक नाकेबंदी कल मध्यरात्रि से शुरू हो गई, जिससे यहां मालवाहक वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई।

इंफाल: मणिपुर में पहाड़ी जिले के 7,000 छात्रों को दसवीं की परीक्षा में शामिल होने की अनुमति देने की मांग के समर्थन में यहां के दो छात्र संगठनों द्वारा आहूत इंफाल-मोरेह राष्ट्रीय राजमार्ग की अनिश्तिकालीन आर्थिक नाकेबंदी कल मध्यरात्रि से शुरू हो गई, जिससे यहां मालवाहक वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई।
म्यांमा से सटे मणिपुर के चंदेल जिले से प्राप्त आधिकारिक सूचना के मुताबिक, नगा छात्र संघ और कुकी छात्र संगठन के सदस्य बसों और दूसरे यातायात वाहनों को तो गुजरने दे रहे हैं, लेकिन इंफाल से मोरेह या मोरेह से इंफाल जा रहे मालवाहन वाहनों को रोक दिया है। इन दोनों छात्र संगठनों का आरोप है कि बीते दो वषरें में मणिपुर के माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (बीएसईएम) द्वारा आयोजित दसवीं की परीक्षा में पहाड़ी जिले के 7,000 से अधिक छात्रों को बैठने की अनुमति नहीं दी गई।
बीएसईएम के सू़त्रों ने बताया कि दसवीं की परीक्षा में बैठने वाले छात्रों को कुछ नियम कानून का पालन करना होता है, लेकिन यहां घाटी के शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र अपने पहाड़ी केंद्रों पर ही परीक्षा देना चाहते हैं।
इस आर्थिक नाकेबंदी पर अधिकारियों ने कहा कि वे छात्र संगठनों की मांग से अवगत नहीं हैं और बीएसईएम द्वारा उचित शिकायत मिलने पर इस मामले में विचार करेंगे।
गौरतलब है कि इंफाल से 120 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में स्थित सीमाई शहर मोरेह के रास्ते से भारत और म्यांमा के बीच रोजाना करोड़ों रपए का अंतरराष्ट्रीय व्यापार होता है और इस वजह से अधिकारियों ने दोनों संगठनों से आर्थिक नाकेबंदी खत्म करने की अपील की है। (एजेंसी)

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