लंदन : माता पिता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बच्चों को पर्याप्त मात्रा में धूप मिले और वे विटामिन डी युक्त भोजन भरपूर मात्रा में लें क्योंकि एक नया अध्ययन कहता है कि विटामिन डी के पर्याप्त सेवन से बच्चों में बाद के जीवन में अवसाद की चपेट में आने का खतरा कम होता है।
यूनिवर्सिटी आफ ब्रिस्टल के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन किया और पाया कि विटामिन डी का कम सेवन करने वाले बच्चे आगे जाकर किशोरावस्था में अवसाद जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार हुए।
हालांकि अध्ययन कहता है कि पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी का सेवन करने वाले बच्चों में अवसाद का खतरा दस फीसदी तक कम होता है । डेली मेल में यह रिपोर्ट प्रकाशित हुई है ।
अपने शोध के लिए शोधकर्ताओं ने 2700 बच्चों में नौ से 13 साल की उम्र के दौरान विटामिन डी का स्तर जांचा । जिनमें बचपन में विटामिन डी का स्तर कम था उनमें किशोरावस्था में अवसाद के लक्षण पनपने की आशंका सर्वाधिक रही । विटामिन डी का मुख्य स्रोत सूरज की रोशनी होती है और यह टूना मछली में भी बहुतायत में पाया जाता है। (एजेंसी)