4 साल के कोर्स पर विवाद: DU के वाइस चांसलर ने दिया इस्तीफा
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4 साल के कोर्स पर विवाद: DU के वाइस चांसलर ने दिया इस्तीफा

दिल्ली विश्वविद्यालय और यूजीसी के बीच चार साल के स्नातक कार्यक्रम को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। बताया जा रहा है कि दिल्ली विश्वविद्यालय अपने फैसले से पीछे हटने को तैयार नहीं है।

4 साल के कोर्स पर विवाद: DU के वाइस चांसलर ने दिया इस्तीफा

ज़ी मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय और यूजीसी के बीच चार साल के स्नातक कार्यक्रम को लेकर जारी विवाद के बीच डीयू के वाइस चांसलर दिनेश सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दिनेश सिंह ने अपने इस्तीफे की पुष्टि भी की है। विश्वविद्यालय के मीडिया संयोजक मलय नीरव ने यह जानकारी दी।

दूसरी तरफ दिल्ली विश्वविद्यालय और यूजीसी के बीच चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम पर जारी विवाद के चलते दिल्ली विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद के सदस्य आदित्य नारायण मिश्रा ने सुप्रीम कोर्ट में एफवाईयूपी के समर्थन में एक याचिका दायर की है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका के जवाब में कहा है कि आप पहले हाईकोर्ट जाएं। अब मिश्रा बुधवार यानी 25 जून को हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगे।

दिल्ली विश्वविद्यालय के साथ चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम पर जारी विवाद के बीच यूजीसी की 10 सदस्यों की कमेटी ने मामला सुलझाने के लिए एक नया सुझाव दिया है। कमेटी के अनुसार बीटेक और बीएमएस कोर्स को चार साल का बनाए रखने और बीए, बीएससी और बीकॉम को तीन साल का करने के फॉर्मूले पर सलाह-मशविरा किया जा रहा है। इसके अलावा कॉलेज से सीधे एडमिशन पर भी विचार किया जा रहा है।

यूजीसी ने जो 10 सदस्यों की कमेटी बनाई थी, उसने कुछ सुझाव दिए हैं। कमेटी का कहना है कि नए बैच में जिन छात्रों को एडमिशन दिया जाए, उन्हें तीन साल की ही डिग्री दी जाए। इसके अलावा पिछले बैच के बच्चों को भी तीन साल की ही डिग्री दी जाए और उनका कोर्स चार के बजाय तीन साल में ही पूरा कराया जाए। कमेटी का यह भी सुझाव है कि बीटेक चार साल का ही रखा जाए और जो छात्र तीन साल में बीटेक की डिग्री लेना चाहते हैं, उन्हें बीटेक की जगह, बीएससी ऑनर्स की डिग्री दी जाए।

डीयू के इस फैसले के बाद 55 हजार छात्रों के भविष्य को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। डीयू और यूजीसी के बीच का घसासान अपने चरम पर पहुंच गया है। फोर ईयर ग्रेजुएशन कोर्स के पक्षधर डीयू के प्रोफेसर्स से भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम के समर्थक दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षकों का एक समूह विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के इसे वापस लेने के आदेश के खिलाफ 24 घंटे की भूख हड़ताल पर बैठ गया है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के विवादित चाल साल के स्नातक पाठ्यक्रम (एफवाईयूपी) को लेकर अनिश्चितता की स्थिति के बीच पाठ्यक्रम के शुरू होने के पहले साल दाखिला लेने वाले छात्र अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। पिछले साल पाठ्यक्रम शुरू होने के साथ दाखिला लेने वाले छात्र विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और दिल्ली विश्वविद्यालय के मध्य जारी विवाद के बीच ‘अपने प्रयोगात्मक बैच’ के भविष्य को लेकर चिंतित हैं।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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