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ज़ी मीडिया ब्यूरो
नई दिल्ली : भाजपा के वरिष्ठ नेता और पार्टी के उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने ट्वीट कर खलबली मचा दी है। बिहार में सत्ताधारी जनता दल (युनाइटेड) से निष्कासित नेता साबिर अली के शुक्रवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के तुरंत बाद नकवी ने ट्वीट कर कहा कि आतंकवादी भटकल के दोस्त को हमने भाजपा में शामिल कर लिया। जल्द ही दाऊद इब्राहिम को भी शामिल करेंगे। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने भी साबिर अली को भाजपा में शामिल करने पर कड़ी आपत्ति जताई है।
माना जा रहा है कि पार्टी का एक धड़ा इस बात से नाखुश है कि चुनावी जीत के लिए पार्टी में विरोधी पार्टी के किसी भी नेता को शामिल कर उसकी आवभगत की जा रही है। साबिर अली वो चेहरा हैं जो अरसे से नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते रहे हैं और आज पार्टी ने दिल्ली में उन्हें शामिल कर लिया। पत्रकारों से बातचीत में अली ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश एक सकारात्मक, रचनात्मक दिशा में बढ़ेगा। देश मजबूत बनेगा और युवाओं को रोजगार मिलेगा।
नकवी ने अली के भाजपा में शामिल होने को भूल बताया और इस फैसले को वापस लेने की मांग की। पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि साबिर अली को पार्टी की बिहार इकाई की सिफारिश पर लिया गया तथा सभी तथ्यों एवं पूर्व बातों की पुष्टि करके आगे कोई कदम उठाया जाएगा।
भाजपा को कुछ दिन पहले ही एक और विवाद का उस समय सामना करना पड़ा था जब कर्नाटक में श्रीराम सेना के प्रमुख प्रमोद मुत्तालिक पार्टी में शामिल हुए थे। पार्टी के भीतर और बाहर से भारी विरोध होने के चलते यह निर्णय पलट दिया गया। मुतालिक कुछ साल पहले पब में महिलाओं पर हुए हमले में शामिल थे।
बताया जाता है कि नकवी ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि साबिर अली के तार गुलशन कुमार हत्याकांड से जुड़े हैं और इस हत्याकांड को दाउद इब्राहिम के इशारे पर अंजाम दिया गया था। सूत्रों के अनुसार, नकवी ने कहा है कि साबिर अली की भटकल से दोस्ती है और दोनों का एक दूसरे के घर आना जाना रहा है। उनके अनुसार कुछ समय पहले भटकल को मुंबई स्थित अली के घर से गिरफ्तार किया गया था।
पार्टी आलाकमान से उन्होंने साबिर के बारे में निर्णय पर पुनर्विचार की मांग करते हुए कहा है कि इस तरह के फैसले लेने से हम जनता के बीच क्या मुंह लेकर जाएंगे और इस बारे में लोगों के सवालों का क्या जवाब देंगे? इससे पहले भी भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कर्नाटक में बीएसआर कांग्रेस के नेता बी श्रीरामलु के भाजपा में प्रवेश पर अपनी आपत्ति जतायी थी।
मालूम हो कि नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करने के कारण ही जद (यू) ने साबिर अली को निष्कासित कर दिया था। पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव में शिवहर से प्रत्याशी घोषित किया था। अली ने पटना में कहा था कि मोदी की नीतियां (गुजरात में) अच्छी हैं और मोदी का विकास के लिए किया गया कार्य सराहनीय है।
जेडीयू ने साबिर अली के भाजपा में शामिल होने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी नेता केसी त्यागी ने कहा कि भाजपा अब रंगा, बिल्ला (फांसी पर चढ़े कुख्यात अपराधी), साबिर अली किसी को भी शामिल कर रही है। पार्टी को मौका मिले तो वह दाऊद इब्राहिम को भी पार्टी की सदस्यता दिला दे।
केसी त्यागी ने कहा कि शिवसेना ने अपने मुखपत्र में साबिर अली को गुलशन कुमार की हत्या की साजिश में शामिल बताया और अंडरवर्ल्ड तक से उनके रिश्ते बताए। पटना के गांधी मैदान में मोदी की रैली में विस्फोट के बाद साबिर अली ने इसका आरोप हिंदू संगठनों पर लगाया था। (एजेंसी इनपुट के साथ)