आंधी-बारिश के लिए हो जाइए तैयार, दो दिनों में फिर मौसम बदलेगा करवट

मई का महीना लगभग आधा निकल चुका है. लेकिन चिलचिलाती धूप और जानलेवा लू का दौर गायब है. इस बीच रह रह कर बारिश भी हो जा रही है. अगले दो दिनों में फिर से जबरदस्त आंधी और बौछार पड़ने की संभावना है.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 13, 2020, 05:57 PM IST
    • अगले दो दिनों में मौसम फिर लेगा करवट
    • चलेगी आंधी और होगी बारिश
    • बंगाल की खाड़ी में बन रहा है दबाव
    • पूर्वी इलाकों में ओले पड़ने की भी आशंका
    • पूरे देश का मौसम होगा प्रभावित
आंधी-बारिश के लिए हो जाइए तैयार, दो दिनों में फिर मौसम बदलेगा करवट

नई दिल्ली: मौसम में आ रहा बदलाव अच्छा है या बुरा ये तो उससे प्रभावित होने वाले लोगों का अनुभव ही बताएगा. लेकिन काफी दिनों बाद मई के महीने में ऐसा बदलाव दिखाई दे रहा है. कभी बारिश तो कभी आंधी चलने से आए दिन गर्मी का असर कम हो जाता है. 

फिर से चलेगी आंधी और होगी बारिश 
मौसम विभाग(IMD) ने एक बार फिर से देश में चक्रवाती तूफान(Cyclonic Storm) की चेतावनी दी है. मौसम वैज्ञानिकों ने जानकारी दी है कि बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव तैयार हो रहा है. जिसके 16 मई को दस्तक देने की संभावना है. इसके लिए बुधवार की सुबह से ही माहौल बनना शुरु हो गया है. 

बंगाल के दक्षिण-पूर्वी खाड़ी क्षेत्र और उससे नजदीक के दक्षिण अंडमान सागर ( Andman Sea )पर बुधवार की सुबह से ही  निम्न दबाव का क्षेत्र तैयार होना शुरु हो गया है. जिसकी वजह से चक्रवाती तूफान जैसी स्थिति बन रही है. जो कि लगातार आगे बढ़ रही है. अगले दो दिनों में ये चक्रवाती तूफान अपना असर दिखाना शुरु कर देगा. जो कि 16 मई की शाम तक अपने शबाब पर होगा, यानी पूरी तरह प्रभावी हो जाएगा. 

पूरे देश में दिखाई देगा असर 
मौसम विभाग की जानकारी के मुताबिक इस चक्रवाती तूफान(cyclone) का सबसे ज्यादा प्रभाव तटीय इलाकों पर दिखाई देगा. लेकिन देश के बाकी हिस्से भी इसके असर से अछूते नहीं रहेंगे. कई इलाकों में मौसम में बदलाव होगा. धूल भरी आंधी और बारिश अपना रंग दिखाएगी. 

खास तौर पर बंगाल और ओडिशा जैसे देश के पूर्वी इलाकों में तेज हवाओं का दौर रहेगा. जहां बारिश के साथ ओले गिरने की भी आशंका है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक वायुमंडलीय और आकाशीय बदलाव के कारण अगले 24 घंटों में अंडमान सागर और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा है.

भीषण गर्मी से मिल रही है राहत 
पिछले कुछ सालों से अप्रैल के मध्य से ही गर्मी की शुरुआत हो जाती थी जो मई का मध्य आते आते अपने चरम पर पहुंच जाती थी. राजस्थान और गुजरात जैसे इलाकों में पारा 50 डिग्री को छूने लगता था. राजधानी दिल्ली में भी तापमान 45 के आस पास होता था. लेकिन इस बार अप्रैल महीने में सिर्फ दो ही बार गर्म हवाएं चलीं.
अप्रैल महीने में गुजरात में तेज गर्मी की शुरुआत हुई थी, लेकिन ये दौर ज्यादा समय तक नहीं टिक पाया. मई की शुरुआत में राजस्थान के कुछ हिस्से में तापमान 40 के पार पहुंचा था, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई बारिश से तापमान एक बार फिर नीचे चला गया.

मार्च की पहली तारीख से 13 मई के बीच औसत से 25 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है. हालांकि ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि 16 मई के बाद तापमान में इजाफा हो सकता है.

 

 

 

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