बुंदेलखंडः कोरोना काल में प्राकृतिक आपदाएं भी टूट कर कहर बरपा रही हैं. आंधी-तूफान, भूकंप, बारिश के आगोश में हर दिन डर के साए में गुजर रहा है. देश का हर कोना इस वक्त किसी न किसी आपदा से ग्रसित है. ऐसी ही एक प्राकृतिक आपदा बुंदेलखंड के महोबा में आई. यहां आकाशीय बिजली गिरना एक खदान में काम कर रहे मजदूरों के लिए जानलेवा साबित हुआ. बताया जा रहा है कि जान का हानि के साथ कई मजदूर खदान में दबे भी हुए हैं.
सिजरा पहाड़ पर हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक बुंदेलखंड के महोबा में शुक्रवार को आकाशीय बिजली गिरने से पत्थर के खदान में काम कर रहे 2 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य के दबे होने की आशंका है. यह हादसा जिले के कबरई थाना क्षेत्र के पहरा गांव के सिजरा पहाड़ पर हुआ. बताया जा रहा है कि आकाशीय बिजली खदान में बिछाई गई बारूद में गिरी और धमाका हो गया. इस हादसे में 3 मजदूरों की मौत की जानकारी मिली है. मौतों की अभी स्पष्ट पुष्टि नहीं हुई है. दो अन्य की हालत नाजुक बताई जा रही है.
बचाव व राहत कार्य जारी
वहीं हादसे में कई मजदूरों के दबे होने की आशंका भी जताई जा रही है. मौके पर पुलिस प्रशासन राहत बचाव कार्य में जुटा हुआ है. मलबे से मजदूरों को निकालने का काम जारी है. मामला जिले के बड़े राजनेता के पहाड़ से जुड़ा बताया जा रहा है. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इस हादसे में कई मजदूरों के चिथड़े उड़ गए. आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है. फिलहाल बचाव और राहत कार्य जारी है.
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कई मजदूर दबे, बढ़ सकती है मृतकों की संख्या
बताया गया कि खदान पर बिछाई गई बारूद पर जैसी ही आकाशीय बिजली गिरी तो जोर का धमाका हो गया और संपर्क में आए मजदूरों के चीथड़े उड़ गए. कई श्रमिकों के अभी बड़े पत्थरों के बीच दबे होने की आशंका है, जिनको निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. क्षेत्रीय लोगों के अनुसार सुबह से खदान पर दर्जन भर से अधिक श्रमिक काम कर रहे थे. जिसके चलते पत्थरों को हटाने का काम जारी है.
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