जयपुर: मध्यप्रदेश के बाद राजस्थान में भी कांग्रेस के मुख्यमंत्री का सिंहासन डोल रहा है. अशोक गहलोत अपने विधायकों की निष्ठा बदलती देखकर घबरा गए हैं. उन्हें डर है कि कहीं भाजपा उनके विधायकों को अपने पाले में न मिला ले. इसी डर के चलते उन्होंने भाजपा के दो नेताओं पर सरकार गिराने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार करावाया है.
हमारे विधायकों को 25 करोड़ रुपये का प्रलोभन दिया गया- अशोक गहलोत
Whether it is Satish Poonia or Rajyavardhan Singh Rathore, they are playing games to topple our govt on behest of their central leadership. They are offering Rs 10 cr in advance & Rs 15 cr after govt is toppled... these are the kind of promises they are making: Ashok Gehlot pic.twitter.com/J6G6oSR1d7
— ANI (@ANI) July 11, 2020
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा नेता सतीश पुनिया और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ पर आरोप लगाया कि इनकी ओर से कांग्रेस के विधायकों को 25 करोड़ रुपये में खरीदने की कोशिश की गई और उन्हें भाजपा अपने पाले में लेना चाहती है. गहलोत ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने कांग्रेस के विधायकों से कहा कि 10 करोड़ पहले ही मिल जाएंगे और बाकी 15 करोड़ सरकार गिरने के बाद दिए जाएंगे.
Whether it is Satish Poonia or Rajyavardhan Singh Rathore, they are playing games to topple our govt on behest of their central leadership. They are offering Rs 10 cr in advance & Rs 15 cr after govt is toppled... these are the kind of promises they are making: Ashok Gehlot pic.twitter.com/J6G6oSR1d7
— ANI (@ANI) July 11, 2020
भाजपा नेता को कराया गिरफ्तार
राजस्थान में विधायकों की खरीद फरोख्त मामले में ब्यावर के दो भाजपा नेताओं का नाम सामने आया है. इन नेताओं के नाम हैं भरत मालानी और अशोक सिंह. इन्हें ब्यावर उदयपुर से स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने गिरफ्तार किया है. एफआईआर में आरोप है कि बीजेपी नेता विधायकों को धन का प्रलोभन देकर अपने पाले में करने की कोशिश कर रहे हैं. राजस्थान का स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप इस मामले की जांच कर रहा है.
जब से मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सरकार गिरी है तब से अशोक गहलोत की रातों की नींद उड़ी हुई है. उन्हें लगता है कभी भी सचिन पायलट उन्हें धोखा दे सकते हैं. इसी डर से वे भाजपा पर सरकार गिराने का आरोप लगाकर लोगों की सहानुभूति हासिल करना चाहते हैं.