रुद्रप्रयागः मॉनसून के सत्र में हो रही भारी बारिश तबाही भी ला रही है. असम और बिहार बाढ़ से बुरी तरह जूझ रहे हैं तो मुंबई और गुजरात में भी लोगों को भयानक मंजर का सामना करना पड़ रहा है. इन सबके बीच उत्तराखंड से भी बारिश के कारण हादसे सामने आ रहे हैं. पहाड़ पर भी प्राकृतिक आपदा का कहर है. कोरोना संकट के बीच देशभर में संकट की यह दोहरी मार है.
बह गई दो पुलिया
जानकारी के अनुसार गुरुवार को रुद्रप्रयाग में देर रात हुई भारी बारिश कहर बनकर टूटी. सामने आया है कि जिले की ऊखीमठ तहसील के क्यूजा न्याय पंचायत के कनसिरी ग्राम पंचायत में बादल फट गया. यहां इससे भारी नुकसान हुआ है. ग्रामीणों के अनुसार गांव के बीच गेदेरे का जलस्तर बढ़ने से दो पुलिया भी बह गई है.
हो रहा है नुकसान का आकलन
बताया गया है कि रात करीब 3 बजे कनसिरी गांव के ऊपर पहाड़ी पर भारी बारिश के बाद बादल फटा और मलबा जलजले की तरह गांव में पहुंचा इससे गांव में भारी नुकसान हुआ है. कई सरकारी योजनाओं को भी इससे भारी नुकसान हुआ है.
सूचना के बाद प्रशासन की टीम गांव पहुंच गई है और नुकसान का आकलन किया जा रहा है.
कई नहरें और शौचालय टूटे
बादल फटने से गांव में धान की खेती को भारी नुकसान हुआ है. इसके साथ ही खेत भी बह गए हैं, वही जल सस्थान व जल निगम की पेयजल लाइनें, सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं. कई सिचांई नहरें भी मलबे की चपेट में आने से टूट गई हैं. कई लोगों के शौचालय भी इस आपदा में टूटे हैं.
बाद प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और नुकसान का आकलन कर रही है जिसके बाद पूरी स्थिति साफ हो पाएगी.
अंडमान में फिर डोल गई धरती. इस बार मध्यम तीव्रता के तेज झटके लगे