नई दिल्ली: कोरोना वैक्सीन को लेकर दुनियाभर में रिसर्च चल रही है. दुनियाभर की कम से कम 33 बेहतरीन संस्थाएं इस महामारी की वैक्सीन ढूंढ में लगे हैं. लेकिन उम्मीद की किरण आई है इंग्लैंड की ऑक्सफोर्ड़ यूनिवर्सिटी से..
बन गई कोरोना की वैक्सीन!
कोरोना की वैक्सीन को लेकर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के दावे से आपको रूबरू करवाते हैं. उसने कोरोना वैक्सीन के पहले मानव परीक्षण के सफल होने का दावा किया है.
23 अप्रैल से 21 मई के बीच ट्रायल हुआ, 1077 लोगों पर परीक्षण किया गया. सभी लोगों में 28 दिन के अंदर एंटीबॉडी बनी. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने ट्वीट कर जानकारी दी. AZD1222 नाम की वैक्सीन को अच्छा रिस्पॉन्स देखा गया.
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का दावा
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने कोरोना वैक्सीन के मानव परीक्षण के पहले चरण के सफल होने का दावा किया है. दावे में कहा गया है कि 23 अप्रैल से 21 मई के बीच ट्रायल हुआ. इनका कहना है कि जिन 1077 लोगों पर ये परीक्षण किए गए उनसभी में 28 दिन के अंदर एंटीबॉडी बन गई थी. आपको बता दें कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की तरफ से एक ट्वीट किया गया है, जिसमें ये दावा किया गया है कि AZD1222 नाम की वैक्सीन का इस्तेमाल करने से काफी बेहतर रिस्पॉन्स मिला है.
वैक्सीन के कितने साइड इफेक्ट?
यहां आपका ये भी जानना जरूरी है कि इस ट्रायल के दौरान किसी में भी भयानक साइड इफेक्ट नहीं देखने को मिला. हां, लेकिन शरीर दर्द, सिरदर्द, थकान जैसी छोटी मोटी तकलीफें जरूर देखी गई.
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ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की तरफ से ये भी दावा किया गया है कि ये वैक्सीन अपने तय टारगेट टाइम सितंबर तक आ सकती है. अगर सबकुछ ठीक रहा तो आने वाले तीन महीने में कोरोना की दवा को लेकर पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ी गुड न्यूज आ सकती है.
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