नोएडाः एल्गार परिषद मामले में जांच जारी है. NIA इस मामले की जांच में जुटी है और एक-एक कर षड्यंत्रकारियों का सच खंगाल रही है. इस सिलसिले में जांच एजेंसी की टीम रविवार सुबह दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हनी बाबू के घर पहुंची और छापेमारी की. छापेमारी तकरीबन एक घंटे चली.
रविवार सुबह-सुबह हुई कार्रवाई
भीमा-कोरेगांव और एल्गार परिषद मामले की जांच NIA कर रही है. जांच एजेंसी इस मामले में गिरफ्तार दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हनी बाबू के नोएडा सेक्टर-78 स्थित घर पर रविवार को एनआईए ने छापेमारी की.
जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह साढ़े सात बजे जांच एजेंसी की टीम हनी बाबू के घर पर पहुंची थी.
एल्गार परिषद से जुड़ा है मामला
हनी बाबू एल्गार परिषद हिंसा मामले में 4 अगस्त तक की एनआईए हिरासत में हैं. हनी बाबू को एनआईए ने 28 जुलाई को गिरफ्तार किया था. यह मामला 31 दिसंबर 2017 में पुणे के शनिवारवाडा में कबीर कला मंच द्वारा आयोजित एल्गार परिषद के कार्यक्रम में कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने से जुड़ा है.
आरोप है कि इसके कारण ही पुणे में सामुदायिक हिंसा हुई.
पत्नी ने दी अदालत जाने की चेतावनी
बाबू उत्तर प्रदेश के नोएडा-78 की हाइड पार्क सोसाइटी के सी-ब्लॉक फ्लैट में रहते हैं. 54 साल के हनी बाबू दिल्ली विश्वविद्यालय के अंग्रेजी भाषा विभाग में सहायक प्रोफेसर हैं. उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ उनकी पत्नी जेनी रोवेना ने अदालत में मुकदमा लड़ने की चेतावनी दी है.
पत्नी के मुताबिक, जांच टीम ने घर की तलाशी ली है, वे कुछ रसीदें, एक हार्ड ड्राइव, एक पैन ड्राइव और प्रोफ़ेसर जीएन साईं बाबा से जुड़ा हुआ एक पर्चा ले गये हैं. साईं बाबा को लेकर ये पर्चे हनी बाबू लोगों के बीच बांटते थे.
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