550 मील दूर मिला 12 साल की बच्ची का 'बोतल बंद संदेश', जानिए क्या है पूरी कहानी?
Advertisement
trendingNow12483719

550 मील दूर मिला 12 साल की बच्ची का 'बोतल बंद संदेश', जानिए क्या है पूरी कहानी?

Viral News: सुंदरलैंड की एक 12 वर्षीय लड़की और उसके छोटे भाई ने एक वर्ष पहले कुछ ऐसा किया जो आज चर्चा में बना हुआ है. दोनों भाई-बहन ने एक वर्ष पहले बोतल में कुछ संदेश लिखकर पानी में बहा दिया था. जो अब 550 मील की दूरी तय करने के बाद मिल गई है. 

550 मील दूर मिला 12 साल की बच्ची का 'बोतल बंद संदेश', जानिए क्या है पूरी कहानी?

सुंदरलैंड की एक 12 वर्षीय लड़की यह जानकर बहुत हैरान और खुश हुई कि 1 साल बाद स्वीडन में उसका वो संदेश मिला जो उसने बोतल में बंद करके बहा दिया था. ग्रेस लिडल नाम की इस लड़की ने यह संदेश पिछले साल 28 अगस्त को सुंदरलैंड में रोकर पियर से फेंका था. ठीक उसी दिन ग्रेस के भाई हैरी (अब 6 वर्ष) ने भी एक संदेश उसी जगह से फेंका था जो डेनमार्क में मिला था. ग्रेस द्वारा फेंका गया यह बोतल बंद संदेश 72 वर्षीय स्वीडिश फ्रेडी स्टाहलबर्ग को मिला है. 

'मेट्रो' की एक रिपोर्ट के मुताबिक दोनों ने अपने नाम और अपनी मां क्रिस्टी बॉली का संपर्क विवरण कागज के टुकड़ों पर लिखा था. जिसके बाद उन्होंने कागज के टुकड़ों को बोतलों में डाला और पिछले साल 28 अगस्त को सुंदरलैंड में रोकर पियर से फेंक दिया. इस साल 6 मार्च को 35 वर्षीय क्रिस्टी को फेसबुक पर एक संदेश मिला जिसमें कहा गया था कि हैरी की बोतल डेनमार्क में मिल गई है. जबकि ग्रेस उस दिन का इंतजार कर रही थी जब उसकी बोतल भी मिल जाएगी हालांकि वो लगभग उम्मीद खो चुकी थी. 

2 अगस्त को मिली बोतल:

क्रिस्टी ने कहा, 'ग्रेस को यकीन था कि उसकी बोतल डूब गई है और उसने टाइटैनिक में एक कमरा ले लिया है. लेकिन 3 अगस्त को क्रिस्टी ने फेसबुक पर फ्रेडी का एक संदेश खोला, जिसमें उसने कहा कि उसे स्वीडन के पश्चिमी तट पर एक द्वीप पर बोतल मिली है, जो गोथेनबर्ग से लगभग 90 मील उत्तर में है, जिसे पिन्नो कहते हैं. बोतल लगभग 550 मील की यात्रा कर चुकी थी. फ्रेडी ने बताया कि उसे यह बोतल 2 अगस्त को मिली थी.

मिट चुके थे खत में लिखे शब्द:

फ्रेडी का कहना है,'उसे शुरू में नोट पढ़ने में दिक्कत हुई क्योंकि कागज खारे पानी से खराब हो गया था.' उसने कहा, 'हमारे परिवार ने उपयोगी शब्द खोजने की पूरी कोशिश की और आखिरकार हम क्रिस्टी का नाम पहचानने में सफल रहे. यह संकेत था कि उसका फेसबुक पता था, साथ ही सुंदरलैंड शब्द भी साफ दिखाई दे रहा था.' फ्रेडी ने आगे कहा,'उसके नाम से, मुझे उसका फेसबुक पेज मिला और वहां की तस्वीरों को देखकर मैं यह अनुमान लगा सका कि वह सुंदरलैंड में रहती थी, जिसका जिक्र बोतल वाले संदेश में किया गया था.'

पोते के साथ खोजते हैं खजाना:

फ्रेडी आगे बताते हैं,'इस जानकारी के साथ, मैंने क्रिस्टी को संदेश भेजने का साहस किया. उसने कुछ समय बाद जवाब दिया और हम सभी पहेली को सुलझाने के बारे में बहुत उत्साहित थे.' यूनिवर्सिटी के रिटायर्ड प्रोफेसर फ्रेडी ने कहा कि वह अक्सर अपने पोते एडवर्ड स्टाहलबर्ग (5) के साथ ‘खजाने की खोज’ पर जाते हैं और उनका पोता इस खोज के बारे में उत्साहित था.

Trending news