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Snake Bite Exorcize In Bihar: आज के बढ़ते जमाने में जब गांव-कस्बों में बड़े-बड़े अस्पताल बन गए हैं, जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस भी है. बावजूद इसके आज भी ग्रामीण इलाके के कुछ लोग झाड़ फूंक पर विश्वास करने को मजबूर हैं. हद तो तब हो गई जब सांप के हमले में शिकार मरीज अस्पताल परिसर में पहुंचकर झाड़ फूंक के चक्कर में फंस गए. एक नहीं, दो नहीं बल्कि तीन-तीन तांत्रिकों ने घंटों झाड़ फूंक किया. हालांकि, अस्पताल प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लग सकी और न ही इसे रोकने की कोशिश की गई. गनीमत थी कि सांप के हमले की शिकार मरीज को जहरीले सांप ने नहीं काटा था, जिसके चलते सांप का जहर नहीं चढ़ा. नहीं तो बड़ी घटना घट सकती थी.
सांप काटने पर झाड़-फूंक करते हुए दिखे तांत्रिक
झाड़-फूंक की यह तस्वीर इलाके में खूब वायरल हो रहा है. यह तस्वीर बिहार के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल का है. पूरा घटना क्रम बीते सोमवार की शाम की है. दरअसल, त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के अलग-अलग जगहों से सांप के हमले के शिकार एक 6 वर्षीय बच्चा और एक 25 वर्षीय महिला को इलाज के लिए सोमवार को दोपहर बाद त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया. लेकिन अस्पताल परिसर पहुंचे मरीज के परिजनों को डॉक्टरों से ज्यादा तांत्रिक के द्वारा उसका झाड़-फूंक करने पर विश्वास था. लिहाजा परिजन ने गांव से दो महिला और एक पुरुष समेत तीन तांत्रिक को अस्पताल परिसर में बुलाया.
तांत्रिक ने अस्पताल के बाहर ही किया झाड़-फूंक
अस्पताल के बाहर तीन तांत्रिकों का घंटों भर झाड़-फूंक का टोटका चलता रहा. वे सभी तांत्रिक कभी बड़बड़ाते तो कभी जिस जगह पर सांप ने हमला किया उसी जगह पर फूंक मारने लगते लेकिन सांप के काटने से बदहवास बच्चे और महिला अवाक दिखाई दिए. तांत्रिक द्वारा किए जा रहे झाड़-फूंक टोटके को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ लग गई. मजे की बात तो यह है कि दो महिला सहित तीन तांत्रिक अस्पताल में घंटों तक तंत्र-मंत्र करते रहे और हॉस्पिटल प्रबंधन मूकदर्शक बने रहे. झाड़-फूंक के बाद दोनों मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिलहाल दोनों का इलाज ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक के द्वारा किया जा रहा है और दोनों मरीज खतरे से बाहर हैं.
इस मामले में अस्पताल के डॉक्टरों ने क्या कहा?
महिला तांत्रिक ने बताया कि जिसे सांप काट लिया था उसे विष नहीं लगे इसलिए उसका झाड़-फूंक कर रहे थे. वहीं, अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉक्टर देव दिवाकर ने बताया कि दिन भर 10-15 सांप द्वारा हमले के मरीज आए. शाम के समय में ये दोनों सांप के हमले वाले पीड़ित आए जिसका हम लोगों ने प्राथमिक उपचार किया जो अब खतरे से बाहर है. झाड़-फूंक वाली बात पर डॉक्टर ने कहा कि हम तो अपने चेंबर में थे. अब बाहर क्या कर रहे हैं या क्या हो रहा है यह तो हम बता नहीं सकते. साथ ही उसे हम रोक भी नहीं सकते है. फिलहाल दोनों मरीज स्वस्थ हैं.
रिपोर्ट: सुभाष चंद्रा