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Desi Jugaad News: जब आप इस घर के चारों तरफ घूमेंगे और अंदर जाएंगे तब मालूम पड़ेगा कि आखिर घर के मालिक कनुभाई ने क्या जुगाड़ लगाया है. यह घर आम घरों की तरह ही है, लेकिन मालिक ने कुछ ऐसा जुगाड़ फिट किया, जिससे उनकी इनकम भी बढ़ गई. क्या आपने कभी सुना है कि गुजरात के अमरेली में कनुभाई करकरे (Kanubhai Karkare) के घर के बाहर खड़े होकर अंदाजा नहीं लगा पाएंगे कि आखिर उन्होंने ऐसा क्या जुगाड़ लगाया, जिससे उन्हें बिजली-पानी का बिल नहीं भरना पड़ता, उल्टा उन्हें ही हजारों रुपयों का मुनाफा हो रहा है. आप भी कुछ ऐसा ही कर सकते हैं. चलिए जानते हैं कि आखिर इस घर में क्या है बेहद खास.
22 साल पहले करीब 3 लाख में तैयार किया गया था ऐसा घर
राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के एक अधिकारी कनुभाई ने 2000 में 2.8 लाख रुपये में घर का डिजाइन और निर्माण किया. हालांकि, घर के कामों के लिए एक वास्तुकार पर आंख मूंदकर भरोसा करने के बजाय, उन्होंने ऐसा घर को डिजाइन किया कि यह सभी के लिए एक उदाहरण बन जाए. शहर में रहने वाले लोगों के लिए स्थायी और इनकम वाला घर तैयार किया. कनुभाई का घर ऐसा है, जहां तीन साल तक किसी अन्य सोर्स की मदद के बिना पानी की जरूरतों को पूरा किया जा सकता है.
घर के भीतर सब्जियों को उगाने की भी व्यवस्था
इसके अलावा, कनुभाई का परिवार पोषक तत्वों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए जैविक सब्जियां उगाता है और परिसर के भीतर अपने सीवेज के पानी का उपचार करता है. इसके अलावा, यह घर ग्रिड को बिजली की आपूर्ति करके सरकार से 10,000 रुपये भी प्राप्त करता है. कनुभाई राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र में पानी की कमी के मुद्दे से उपजे स्थायी सुविधाओं को पेश करने के लिए अपनी प्रेरणा बताते हैं.
पानी-बिजली की कमी को पूरा करने का है अच्छा जुगाड़
'द बेटर इंडिया' के मुताबिक, उन्होंने कहा, 'इस क्षेत्र को हर गर्मियों में पानी की कमी का सामना करना पड़ता है, और हमारे पड़ोस को महीने में 15 दिन पानी मिलता है. यह अत्यधिक असुविधा का कारण बनता है, और इसलिए मैंने संकट को हल करने के लिए स्थायी उपाय करने का फैसला किया.' कनुभाई ने घर को अधिक से अधिक धूप आने का तरीका ढूंढा. उन्होंने खिड़कियों को बड़ा बनाया और यह सुनिश्चित किया कि घर में हॉरिजेंटल क्रॉस-वेंटिलेशन तकनीक के साथ हवा सर्कुलेट हो. इस टेक्नीक से घर में ठंडी हवा अच्छे से आती है और इलेक्ट्रिकल लाइट व फैन का कम यूज होता है.
पानी की कमी के मुद्दों को दूर करने के लिए, कनुभाई ने 20,000-लीटर क्षमता वाली भूमिगत पानी की टंकी का निर्माण किया, जो मानसून के दौरान बारिश के पानी को स्टोर करता है. घर के बैकयार्ड में 8,000 लीटर क्षमता की एक और पानी की टंकी बागवानी और अन्य गैर-घरेलू जरूरतों को पूरा करती है.
बारिश के पानी का यूज करने का आइडिया बेहद ही शानदार है और लोगों को इसका यूज करना चाहिए. उन्होंने कहा, 'यदि अधिक बारिश के कारण दोनों टैंक ओवरफ्लो हो जाते हैं, तो वर्षा जल का संचयन किया जाता है और ग्राउंडवाटर टेबल को रिचार्ज करने का निर्देश दिया जाता है. इस प्रकार, हमारे घर के परिसर में प्राप्त वर्षा जल को घरेलू उद्देश्य के लिए यूज किया जाता है या प्रकृति में वापस कर दिया जाता है.'
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