नई दिल्लीः गैजेट्स के लिए युवाओं के पागलपन से कोई भी अनजान नहीं है, लेकिन बात जब iPhone की आती है तब कई बार लोग इसे फोन से अधिक एक स्टेटस सिंबल के तौर पर देखते हैं. क्योंकि आईफोन खरीदना हर किसी के लिए आसान नहीं होता, यही कारण है कि कई लोगों को आपने कहते भी सुना होगा कि 'आईफोन खरीदने के लिए तो किडनी बेचना पड़ेगा', लेकिन कहावत से हटकर चीन के एक लड़के ने आईफोन खरीदने के लिए सच में अपनी एक किडनी बेच दी. जो कि इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल, चीन के जआओ वैंग के लड़के ने 7 साल पहले iPhone 4 खरीदने के लिए अपनी  किडनी बेच दी थी, जिसके बाद अब जआओ को इसके दुष्परिणाम भोगने पड़ रहे हैं और वह अस्पताल में भर्ती है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नए साल पर मोदी सरकार की सौगात, झज्जर में खुल रहा है देश का सबसे बड़ा कैंसर अस्पताल


17 साल के जआओ वैंग ने ऐसा स्कूल में कूल दिखने के लिए किया. iDrops News को दिए इंटरव्यू में जआओ ने कहा कि 'मुझे किसी ने बताया था कि जिंदा रहने के लिए एक किडनी की जरूरत नहीं होती, एक किडनी पर भी बेहतर तरीके से जिया जा सकता है. ऐसे में मुझे आईफोन लेने के लिए रुपयों की जरूरत थी, इसलिए मैंने वह खरीदने के लिए एक किडनी बेच दी, क्योंकि मुझे लगा दूसरी किडनी की मुझे कोई जरूरत नहीं है.' बता दें अब जआओ की उम्र 24 साल है और अब उसकी कंडीशन इतनी खराब हो चुकी है कि उसे हिलने में भी दिक्कत होती है.


अब दूसरों पर निर्भर है जिंदगी


जआओ अब पूरी तरह से बेड पर है और डायलिसिस पर जिंदगी बिता रहे है. बता दें जआओ ने जब आईफोन खरीदने  के लिए अपनी किडनी बेची थी उस वक्त अस्पताल ने उसे किडनी के 22 हजार युआन (2.24 लाख) रुपये दिए थे. वहीं अस्पताल ने भी जआओ को कहा था कि कुछ समय बाद उनकी लाइफ सामान्य हो जाएगी, लेकिन जैसे-जैसे समय गुजरने लगा उनकी तबीयत बिगड़ती रही और आज उसकी तबीयत इतनी खराब हो चुकी है कि वह बेड से हिल भी नहीं पाता और उसे हर काम के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है.


Social Media: डेल स्टेन ने सबसे माफी मांगी, जानिए क्या है वजह


किडनी लेने वाला अस्पताल ही करा रहा इलाज


रिपोर्ट्स के मुताबिक किडनी के निकाले जाने के बाद इंफेक्शन हो गया, जिसके बाद यह इंफेक्शन दूसरी किडनी में भी पहुंच गया और जआओ की दूसरी किडनी में डैमेज हो गई. जिसके बाद जआओ के परिवार ने इलाज के लिए बड़ी रकम का इंतजाम किया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया. वहीं कुछ समय बाद जिस अस्पताल ने जआओ की किडनी निकाली थी उसने जिम्मेदारी लेते हुए जआओ के इलाज के लिए अपने फंड से बड़ा अमांउट दिया और अब जआओ के डायलिसिस की जिम्मेदारी भी अस्पताल ने ले ली है.