यहां साल में एक बार सिर्फ चंद घंटों के लिए खोली जाती है 'रावण की मंदिर', पूजा करने के लिए टूट पड़ते हैं लोग
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यहां साल में एक बार सिर्फ चंद घंटों के लिए खोली जाती है 'रावण की मंदिर', पूजा करने के लिए टूट पड़ते हैं लोग

Ravan Temple: पूरे देश में आज विजयदशमी का पर्व बढ़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है और अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक रावण का पुतला जलाया जा रहा है. लेकिन भारत में एक ऐसी भी जगह है जहां पर रावण का मंदिर है और लोग यहां पर पूजा करने के लिए लंबी लाइन लगाते हैं.

यहां साल में एक बार सिर्फ चंद घंटों के लिए खोली जाती है 'रावण की मंदिर', पूजा करने के लिए टूट पड़ते हैं लोग

Ravan Temple: पूरे देश में आज विजयदशमी का पर्व बढ़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है और अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक रावण का पुतला जलाया जा रहा है. लेकिन भारत में एक ऐसी भी जगह है जहां पर रावण का मंदिर है और लोग यहां पर पूजा करने के लिए लंबी लाइन लगाते हैं. दरअसल, साल में सिर्फ एक बार ही यह मंदिर खुलती है और केवल चंद घंटों के लिए ही खुलती है. अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसी अनोखी जगह कहां पर मौजूद है. ऐसी अनोखी जगह उत्तर प्रदेश के कानपुर में है, जहां दशहरे के दिन रावण की पूजा की जाती है. रावण के इस मंदिर को साल में एक बार सिर्फ चंद घंटों के लिए खोला जाता है.

सिर्फ चंद घंटों के लिए खोला जाता है यहां का मंदिर

आज भी यह मंदिर जब खोला गया तो बड़ी संख्या में लोग रावण की पूजा करने पहुंच गए. रावण का यह मंदिर कानपुर के मेस्टन रोड शिवाला खास बाजार में स्थित है. इस मंदिर में पूजा करने के लिए लोग लाइन लगा लेते हैं. मंदिर के पुजारी राम बाजपेई ने इस बारे में जानकारी दी. इस बारे में अपनी परंपरा बताते हुए पुजारी राम बाजपेई ने कहा कि पूरे देश में आज के दिन रावण का पुतला जलाया जाता है लेकिन हम लोग रावण की पूजा करते हैं. अब आप इसकी वजह जरूर जानना चाहते होंगे. ऐसा इसलिकए क्योंकि रावण बहुत ही विद्वान और शक्तिशाली था. उसके जितना विद्वान कोई दूसरा नहीं था. इसलिए हम इस दिन सिर्फ मंदिर को सुबह के समय खोलते हैं.

मंदिर में करवाया जाता है रावण को दूध से स्नान

पुजारनी ने आगे यह भी बताया कि दशहरे के दिन जब पूजा के लिए मंदिर खोलते हैं तो लोगों की भीड़ लग जाती है और पूजा करने के लिए स्थानीय लोग उमड़ पड़ते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर में रावण को दूध से स्नान करवाया जाता है और नए वस्त्र पहनाए जाते हैं. उसके बाद फिर से मंदिर को एक साल ले लिए बंद कर दिया जाता है. आज के दिन काफी मात्रा में भक्त दर्शन के लिए यहां पर आते हैं. ऐसी मान्यता है कि आज के दिन दर्शन से बुद्धि और शक्ति का विकास होता है, क्योंकि रावण बहुत बड़ा विद्वान था.

बाइट – राम बाजपेई पुजारी

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