समुद्र के किनारों पर एक सुगंधित ठोस पदार्थ मिलता है. इसे व्हेल की उल्टी (Whale Vomit) कहते हैं. यह उल्टी करोड़ों रुपए में बिकती है. इसकी कीमत हीरे और सोने के जेवरों से भी बहुत ज्यादा होती है. जानिए, व्हेल की उल्टी में आखिर ऐसा भी क्या खास है, जिससे यह इतनी बेशकीमती हो गई.
Trending Photos
नई दिल्ली. व्हेल मछली (Whale Fish) को पानी का सबसे बड़ा जीव माना जाता है. व्हेल का शरीर बहुत विशाल होता है. यह पानी के जहाज को भी आसानी से पलट सकती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि व्हेल की उल्टी (Whale Vomit) किसी को भी अरबपति बना सकती है? आपको सुनने में यह बात अजीब जरूर लग रही होगी लेकिन यह पूरी तरह से सच है.
व्हेल की उल्टी (Whale Vomit) की कीमत हीरे और सोने के आभूषणों से कई गुना ज्यादा होती है. भारत में भी व्हेल की उल्टी की कीमत करोड़ों-अरबों में है. आज हम आपको बताएंगे कि आखिर किस वजह से व्हेल की उल्टी की कीमत इतनी अधिक है.
व्हेल के अपशिष्ट को कहते हैं उल्टी
व्हेल (Whale) के शरीर से अपशिष्ट (Waste) निकलता है. इसे वैज्ञानिक व्हेल की उल्टी (Ambergris) या उसका मल कहते हैं. कई बार जब यह अपशिष्ट ज्यादा बड़ा हो जाता है तो व्हेल इसे मुंह से उगल देती है. वैज्ञानिक भाषा में इसे एम्बरग्रिस (Ambergris) कहा जाता है.
यह भी पढ़ें- इस देश में शिकारी परिंदे करते हैं President House की सुरक्षा, जानिए दिलचस्प वजह
एम्बरग्रिस का रंग और आकार
व्हेल समुद्र से दूरी बनाकर रखती है. इसकी वजह से एम्बरग्रिस (Ambergris) को किनारे आने में काफी समय लग जाता है. समुद्र का नमकीन पानी और धूप इस एम्बरग्रिस को चिकनी, काली और भूरी गांठ में तब्दील कर देता है. इसके बाद यह मोम जैसा दिखता है. एम्बरग्रिस के वजन की बात करें तो यह 15 ग्राम से 100 किलो तक हो सकता है.
व्हेल की उल्टी का इस्तेमाल
व्हेल की उल्टी का इस्तेमाल परफ्यूम (Perfume) बनाने में किया जाता है. इस वजह से दुनियाभर के बाजारों (International Market) में इसकी काफी कीमत होती है. एम्बरग्रिस से बने परफ्यूम की खुशबू लंबे समय तक बनी रहती है. कई देशों में एम्बरग्रिस से सुगंधित धूप और अगरबत्ती भी बनाई जाती है. इसके साथ ही यूरोप के लोगों का मानना है कि एम्बरग्रिस का टुकड़ा साथ रखने से प्लेग रोकने में मदद मिलती है.
ऐसी ही अजब-गजब खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
VIDEO