Biparjoy Cyclone: पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) विशेषज्ञों ने कहा कि चक्रवात ‘बिपोरजॉय’ के पाकिस्तानी तटीय क्षेत्र में दस्तक देने का अनुमान नहीं है, लेकिन यह मकरान तट को छू सकता है.
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Biparjoy Cyclone News: पाकिस्तान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने कहा है कि अरब सागर में बने चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के देश में दस्तक देने का अनुमान नहीं है, लेकिन सिंध और बलूचिस्तान में तटीय क्षेत्रों में अधिकारियों को सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सतर्क रहने की सलाह दी गई है. वहीं देश के पश्चिमोत्तर इलाके में शनिवार को हुई भारी बारिश के कारण कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) के विशेषज्ञों के हवाले से खबर दी है कि शुक्रवार रात तक ‘बिपरजॉय’ कराची से लगभग 1,120 किमी दूर स्थित था. कराची और लाहौर के बीच भी तकरीबन इतनी ही दूरी है.
‘बिपरजॉय ने अपना रास्ता बदला’
पीएमडी ने कहा, ‘बिपरजॉय ने अपना रास्ता बदल लिया है और पिछले 12 घंटे के दौरान धीरे-धीरे उत्तर-पूर्वोत्तर दिशा की ओर चला गया है.’ पीएमडी विशेषज्ञों ने कहा कि चक्रवात ‘बिपोरजॉय’ के पाकिस्तानी तटीय क्षेत्र में दस्तक देने का अनुमान नहीं है, लेकिन यह मकरान तट को छू सकता है.
मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने देने की सलाह
हालांकि, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) जोखिम नहीं ले रहा है और उसने "बहुत गंभीर" चक्रवाती तूफान के मद्देनजर, सिंध और बलूचिस्तान में संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने की सलाह दी. एनडीएमए ने मछुआरों को 13 जून तक समुद्र में नहीं जाने की भी सलाह दी.
वहीं पीएमडी ने मछुआरों को 12 जून से समुद्र में जाने से बचने की भी सलाह दी, क्योंकि अरब सागर में स्थिति तूफान और ऊंची लहरों के कारण मछली पकड़ने के लिए खतरनाक साबित हो सकती है.
भारी बारिश के कारण 20 लोगों की मौत
वहीं पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर इलाके में शनिवार को हुई भारी बारिश के कारण कम से कम 20 लोगों की मौत हो गयी और 80 अन्य घायल हो गए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर इलाके में शनिवार को हुई भारी बारिश के कारण कम से कम 20 लोगों की मौत हो गयी और 80 अन्य घायल हो गये. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
वरिष्ठ बचाव अधिकारी खातीर अहमद ने बताया कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू, लक्की मरवत और करक जिलों में बारिश और ओलावृष्टि हुई है, जिससे कई पेड़ उखड़ गये और बिजली के खंभे गिर गये.
(इनपुट – न्यूज एजेंसी भाषा)