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इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) की संसद में एक बार फिर जमकर हंगामा हुआ. इमरान खान के मंत्री शिबली फराज (Shibli Faraz) ने जहां विपक्ष पर सभापति और उपसभापति चुनाव के दौरान पोलिंग बूथ में कैमरे लगाने का आरोप लगाया. वहीं, विपक्ष ने इसे सरकार की साजिश करार दिया है. विपक्षी दलों का कहना है कि खुफिया चीनी कैमरे को पोलिंग बूथ के अंदर जासूसी के लिए लगाया गया था. विपक्ष के मुताबिक, मतदान की गुप्त प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए सरकार ने कैमरों का सहारा लिया है.
पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के सीनेटर मुस्तफा नवाज खोखर (Mustafa Nawaz Khokhar) ने दावा किया है कि पोलिंग बूथ के अंदर खुफिया चीनी कैमरा लगाया गया था. पीएमएल-एन के सीनेटर मुसादिक मलिक ने भी कहा कि सीनेट के पोलिंग बूथ के अंदर सीक्रेट कैमरा लगा हुआ था. पीपीपी के सांसद ने कहा कि उन्होंने और पीएमएल नेता ने पोलिंग बूथ के ठीक ऊपर खुफिया कैमरा लगा पाया, जो दर्शाता है कि सरकार किस ढंग से काम कर रही है.
#Secret Ballot no more secret? #SenateElections Session starts with heated arguments on installing cameras for spying. #ChairmanSenate#Chairmansenate2021 pic.twitter.com/yXUiAb3Bj0
— Ghulam Abbas Shah (@ghulamabbasshah) March 12, 2021
हमारी सहयोगी वेबसाइट WION में छपी खबर के अनुसार, पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी (Fawad Chaudhry) ने सभी आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि यदि जासूसी कैमरे लगाए गए होते, तो किसी को पता भी नहीं चलता. चौधरी ने कहा, ‘जासूसी कैमरों को पकड़ना आसान नहीं होता, संभव है कि सांसदों ने CCTV को खुफिया कैमरा समझ लिया हो’. गौरतलब है कि पाकिस्तान सीनेट में शुक्रवार को 48 नव-निर्वाचित सदस्यों की शपथ के बाद गुप्त मतदान के माध्यम से सभापति और उपसभापति का चुनाव कराया गया है. हालांकि, कैमरों की खबर सामने आने के बाद अब इस मतदान को गुप्त नहीं माना जा रहा है.
This is one example of Spy Camera the camera can be fitted in a head of nail even,detection of such cameras is impossible, in all likelihood CCTV Camera cable is misunderstood as spy camera pic.twitter.com/KPu8a2RCpA
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) March 12, 2021
सदन में जैसे ही विपक्षी सदस्यों ने कैमरे का खुलासा हुआ, हंगामा शुरू हो गया, सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी हुई. विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए कि सीनेट किसके नियंत्रण में है. हंगामे और विरोध के बाद जब चुनाव अधिकारी ने पोलिंग बूथ बदलने का आदेश दिया, तब कहीं जाकर स्थिति सामान्य हुई. जानकारों का मानना है कि सीनेट चुनाव में इस्लामाबाद सीट से पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी की जीत से इमरान खान (Imran Khan) सखते में हैं. गिलानी को उनकी पार्टी के कुछ सांसदों ने भी वोट दिए थे, लिहाजा संभव है कि अपने सदस्यों पर नजर रखने के लिए ही इमरान ने कैमरे लगवाए हों.
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