China Taiwan Tension: दरअसल, चीन ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है और वह इस पर कब्जा करना चाहता है. दोनों देशों के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा था. इस बीच अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे के बाद बात और बिगड़ गई. अब चीन ने ताइवान के बॉर्डर पर युद्ध के हालात बना दिए हैं.
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China Taiwa Conflict: ताइवान के मुद्दे पर चीन किसी से भी भिड़ने को तैयार है. पहले उसने अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान का दौरा करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी, तो दूसरी ओर अब वह जापान से भी इस मुद्दे पर विरोध जता रहा है. चीनी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को हाल ही में जापान की ओर से दिए गए बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा कि, जापानी नेता ताइवान तनाव को लेकर 'बहुत बुरा व्यवहार' कर रहे हैं.
'ताइवान पर जापान कुछ भी कहने योग्य नहीं'
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने एक नियमित बैठक के दौरान कहा कि, "आपके नेताओं ने हाल ही में ताइवान के मुद्दे पर बहुत बुरा व्यवहार किया है ... ताइवान मुद्दे पर जापान की एक गंभीर ऐतिहासिक जिम्मेदारी है और जापान चीन से कुछ भी कहने के योग्य नहीं है."
चीन ताइवान को मानता है अपना क्षेत्र
बता दें कि चीन ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है. चीन ने इस स्वशासित द्वीप पर कब्जा करने के लिए बल प्रयोग से इंकार नहीं किया है. दोनों देशों के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा था. इस बीच अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे के बाद बात और बिगड़ गई. चीन ने इसके बाद घोषणा की कि वह ताइवान में लक्षित सैन्य अभ्यास करेगा.
जी-7 के विदेश मंत्रियों के बयान पर भी आपत्ति
चीन की हालिया कठोर टिप्पणी जापान सहित जी7 देशों के विदेश मंत्रियों की अपील के मद्देनजर आई है. जिसमें इन विदेश मंत्रियों ने ताइवान के आसपास तनाव को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने का आह्वान चीन से किया था. इसके बाद चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने अपने जापानी समकक्ष के बीच होने वाली एक नियोजित बैठक को रद्द कर दिया. वहीं जापान पर आपत्ति दर्ज कराने के कुछ समय बाद ही चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया कि चीन ने नैंसी पेलोसी और उनके परिवार वालों पर कई तरह के प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है.
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