किसी जमाने में दाऊद इब्राहिम का बॉलीवुड पर बहुत ज्यादा प्रभाव था, ऐसा लगता है कि पाकिस्तान जाकर भी दाऊद का ये शौक खत्म नहीं हुआ है.
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आपने बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड के रिश्तों के बारे में तो कई बार सुना होगा. किसी जमाने में दाऊद इब्राहिम का बॉलीवुड पर बहुत ज्यादा प्रभाव था, वो ना सिर्फ फिल्मों में पैसा लगाता था, बल्कि उसके कहने पर बड़े-बड़े फिल्म स्टार्स उसके घर होने वाली पार्टियों में पहुंच जाते थे. लेकिन ऐसा लगता है कि पाकिस्तान जाकर भी दाऊद का ये शौक खत्म नहीं हुआ है.
इसकी शुरुआत होती है वर्ष 2019 से. जब पाकिस्तान की फिल्मों में काम करने वाली एक अभिनेत्री को वहां के एक बड़े नागरिक सम्मान तमगा ए- इम्तियाज से सम्मानित किया गया. इस अभिनेत्री का नाम है महविश हयात. 37 वर्ष की महविश हयात को कुछ वर्ष पहले तक कोई नहीं जानता था. लेकिन आज की तारीख में वो पाकिस्तान की मीडिया और ग्लैमर इंडस्ट्री का बड़ा चेहरा बन गई हैं.
महविश हयात (37)
2019 में जब महविश को तमगा ए- इम्तियाज दिया गया तो बहुत सारे लोगों ने ये सवाल उठाया कि एक अंजान और औसत दर्जे की अभिनेत्री ने ऐसा क्या कर दिया कि उसे इतना बड़ा सम्मान दे दिया गया . इसके बाद एक वेब पोर्टल पर ये खबर छपी कि जिसमें लिखा गया था कि महविश को ये सम्मान दिए जाने से पाकिस्तान की फिल्म इंडस्ट्री हैरान है. इसमें आगे लिखा था कि क्या महविश को तमगा ए- इम्तियाज इसलिए दिया गया क्योंकि उन्होंने सच में फिल्म इंडस्ट्री के लिए इतना काम किया है या फिर इसलिए क्योंकि उनके संबंध कराची में रहने वाले किसी ऐसे शक्तिशाली व्यक्ति से हैं, जो कि पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टी पाकिस्तान-तहरीक-ए इंसाफ यानी PTI का काफी करीबी है.
इस खबर के बाद जब महविश को ट्रोल किया गया तो महविश ने इसका विरोध किया और इसे अपने खिलाफ एक साजिश बताया . अब आप खुद सोचिए कि इस समय पाकिस्तान के कराची में रहने वाला सबसे शक्तिशाली व्यक्ति कौन है. ऐसा व्यक्ति कौन हो सकता है कि जिसका प्रभाव पाकिस्तान की सरकार, सेना और खुफिया एजेंसियों पर है.
Zee News को भी पता चला कि दाऊद इन दिनों पाकिस्तान की एक फिल्म अभिनेत्री के साथ लगातार संपर्क में है और ये अभिनेत्री ही आज की तारीख में दाऊद की सबसे बड़ी कमजोरी है.
महविश हयात ने अपने करियर की शुरुआत में एक आटइम नंबर किया था और कहा जाता है कि इसी के बाद वो लाइम लाइट में आईं और आरोप है कि कराची के किसी प्रभावशाली व्यक्ति के संपर्क में रहने की वजह से आज महविश को बड़ी-बड़ी फिल्में भी मिल रही हैं और फिल्म इंडस्ट्री में उनका रुतबा बहुत बढ़ गया है और महविश का सरकार में भी दखल बढ़ने लगा है. अब सच क्या है इसकी पूरी तरह से पुष्टि तो नहीं की जा सकती लेकिन इस पूरे एपिसोड में दाऊद का नाम आने से एक बात तो साफ है कि दाऊद पहले की तरह आज भी फिल्मी दुनिया में बहुत प्रभाव रखता है और अगर कोई उसे पसंद आ जाए यानी उसका करीबी बन जाए तो वो उसे कहीं से कहीं पहुंचा सकता है.
पाकिस्तान के दूरसंचार मंत्री फवाद चौधरी ने कुछ समय पहले महविश को तमगा ए इम्तियाज़ मिलने पर एक बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि उन्हीं के कहने पर महविश हयात को तमगा ए-इम्तियाज दिया गया था जबकि वो उनसे सिर्फ एक बार मिले थे.
दाऊद इब्राहिम कराची में रहता है और भारत के राजकोट से दाऊद के कराची वाले घर की दूरी सिर्फ 480 किलोमीटर है . लेकिन इसके बावजूद दाऊद को आज तक पकड़ा नहीं जा सका है. मजे की बात ये है कि अगर भारत राजकोट से अपनी अग्नि मिसाइल भी दाऊद के घर पर छोड़ दे तो ये मिसाइल सिर्फ तीन मिनट में कराची पहुंच जाएगी और तीन मिनट में दाऊद का खेल समाप्त हो जाएगा लेकिन सवाल यही है कि क्या ऐसा हो सकता है या फिर दाऊद को उसके अंजाम तक पहुंचाने के लिए हमें और इंतजार करना होगा.
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