Pakistan Army: पाकिस्तानी सेना ने लाहौर कोर के पूर्व कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सलमान फैयाज गनी को बर्खास्त कर दिया है. इनके खिलाफ प्रदशर्नकारियों को जिन्ना हाउस में घुसने की इजाजत देने से जुड़ी जांच चल रही थी.
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Pakistan News: पाकिस्तान सेना ने नौ मई को पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान सैन्य प्रतिष्ठानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असफल रहने वाले अफसरों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. प्रदर्शनकारियों ने लाहौर कोर कमांडर ऑफिस जिसे जिन्ना हाउस के नाम से भी जाना जाता है, को भी निशाना बनाया था. सेना ने अब लाहौर कोर के पूर्व कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सलमान फैयाज गनी को बर्खास्त कर दिया है. इनके खिलाफ प्रदशर्नकारियों को जिन्ना हाउस में घुसने की इजाजत देने से जुड़ी जांच चल रही थी.
बता दें 9 मई की हिंसा के बाद ऐसी अफवाह थी कि गनी गायब हो गए हैं. वहीं कई सोशल मीडिया पोस्ट में कहा गया था कि उनका आर्मी चीफ के आदेश पर अपहरण हो गया है. गौरतलब है कि फैयाज गनी की पत्नी पाकिस्तान के चीफ जस्टिस उमर अता बंदियाल की चचेरी बहन हैं. बंदियाल पर इमरान खान की तरफदारी करने के आरोप पाकिस्तान सरकार लगाती रही है.
सेना ने क्या कहा?
इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक (डीजी) मेजर-जनरल अहमद शरीफ ने एक कहा, सेना ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के समर्थकों के विरोध प्रदर्शन के संबंध में दो बार जांच कराई और कार्रवाई की. उन्होंने बताया, 'जवाबदेही प्रक्रिया पर विचार-विमर्श करने और अदालती जांच ध्यान में रखते हुए, उन लोगों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू की गई, जो सैन्य प्रतिष्ठानों, जिन्ना हाउस और सामान्य मुख्यालय की सुरक्षा और सम्मान को बरकरार रखने में नाकाम रहे.’
मेजर जनरल अरशद शरीफ ने बताया, 'एक लेफ्टिनेंट-जनरल सहित तीन अधिकारियों को उनकी नौकरी से हटा दिया गया है. तीन मेजर जनरलों और सात ब्रिगेडियरों सहित अधिकारियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही पूरी कर ली गई है.'
गौरतलब है कि खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए इंसाफ के कार्यकर्ताओं ने लाहौर कोर कमांडर हाउस, मियांवाली एयरबेस और फैसलाबाद में आईएसआई भवन सहित 20 से अधिक सैन्य प्रतिष्ठानों और सरकारी भवनों में तोड़फोड़ की थी. रावलपिंडी में सेना मुख्यालय (जीएचक्यू) पर भी भीड़ ने हमला किया था.
(इनपुट - एजेंसी)