Pakistan ने फिर छेड़ा कश्मीर राग, इस बात को लेकर भारतीय राजनयिक को किया तलब
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Pakistan ने फिर छेड़ा कश्मीर राग, इस बात को लेकर भारतीय राजनयिक को किया तलब

Syed Ali Shah Geelani: अलगाववादी संगठन हुर्रियत कश्मीर में पाकिस्तान परस्त राजनीति करता आया है और गिलानी पर भी पाकिस्तान के एजेंडे पर काम करने का आरोप लग चुके हैं. लेकिन पाकिस्तान उनकी मौत के बाद भी कश्मीर को सुलगाने की कोशिश में लगा हुआ है.

Pakistan ने फिर छेड़ा कश्मीर राग, इस बात को लेकर भारतीय राजनयिक को किया तलब

Pakistan summons Indian diplomat: पाकिस्तान इस वक्त विनाशकारी बाढ़ झेल रहा है और वहां की सरकार अपने लोगों को राहत पहुंचाने में विफल साबित हुई है. इस मुश्किल वक्त में पड़ोसी देश पाकिस्तान अपने भारत विरोधी एजेंडे पर कायम है और उसने गुरुवार को एक ऐसा फैसला लिया जिसके जरिए कश्मीर मुद्दे को सुलगाने की कोशिश की गई है. पाकिस्तान ने भारत के राजनयिक प्रभारी को तलब किया और अलगाववादी कश्मीरी नेता सैयद अली शाह गिलानी को कथित तौर पर उनकी इच्छा के मुताबिक न दफनाने देने का आरोप लगाते हुए इस पर कड़ी आपत्ति जताई है. बीते दिन गिलानी की बरसी थी जिनकी मौत एक सितंबर 2021 को मौत हो गई थी.

भारत पर लगाए झूठे आरोप

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि भारतीय राजनयिक को गिलानी की मौत को एक साल होने के बावजूद मुद्दे पर पाकिस्तान की नाराजगी के बारे में बताया गया है. इसने कहा कि भारतीय राजनयिक से आग्रह किया गया कि वह भारत सरकार को इस इच्छा के बारे में बताएं कि वह गिलानी के अवशेषों को उनकी इच्छा के मुताबिक ‘शहीदों के कब्रिस्तान’ में दफनाने दे और श्रद्धांजलि देने के लिए परिवार व चाहने वालों को वहां जाने से न रोका जाए.

पाकिस्तानी की आर्मी ने भी गिलानी की पहली बरसी पर ट्वीट कर भारत पर झूठे आरोप लगाए और हुर्रियत नेता को बहादुर शख्स बताते हुए श्रद्धांजलि दी है. यही नहीं पाकिस्तान की सेना ने गिलानी को कश्मीर में प्रतिरोध का बड़ा चेहरा बताया और भारत पर कश्मीर में अत्याचार करने के बेबुनियाद आरोप भी लगाए.इस ट्वीट के जरिए पाकिस्तानी आर्मी ने फिर से कश्मीर राग भी अलापा है और कश्मीर की आवाम को भड़काने की कोशिश की है. 

गिलानी के बहाने कश्मीर का एजेंडा

पिछले साल गिलानी की मौत पर भी पाकिस्तान ने जमकर सियासत की थी और अपने मुल्क में राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया था. कश्मीर में गिलानी के पार्थिव शरीर को पाकिस्तानी झंडे में लपेटा गया था जिसपर एक्शन लेते हुए पुलिस ने कई लोगों को खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया था. अलगाववादी संगठन हुर्रियत कश्मीर में पाकिस्तान परस्त राजनीति करता आया है और गिलानी पर भी पाकिस्तान के एजेंडे पर काम करने का आरोप लग चुके हैं. लेकिन पाकिस्तान उनकी मौत के बाद भी कश्मीर को सुलगाने की कोशिश में लगा हुआ है और इसी वजह से उनकी पहली बरसी पर पाकिस्तान की ओर से ऐसा कदम उठाया गया है.

(इनपुट: एजेंसी)

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