रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पंडित नेहरू की वजह से चीन, संयुक्त राष्ट्र का स्थायी सदस्य बना.
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नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मसूद अजहर के मामले में चीन के रुख पर पीएम नरेंद्र मोदी की चीन संबंधी कूटनीति पर निशाना साधा. उस पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बीजेपी पर हमला करने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष को अपनी विरासत देखनी चाहिए. कांग्रेस नेता शशि थरूर की किताब का हवाला देते हुए 2009 में एक अखबार में प्रकाशित लेख का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू की वजह से चीन, संयुक्त राष्ट्र का स्थायी सदस्य बना. नेहरू की गलती की सजा भुगत रहा है. इस सिलसिले में उन्होंने राहुल गांधी को सलाह देते हुए कहा कि बिहार में एक कहावत है कि हचका बचाकर के चलना चाहिए. यानी राहुल गांधी को भी कुछ कहने से पहले आगा-पीछा सोच कर बोलना चाहिए.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का विवादित ट्वीट, कहा- प्रधानमंत्री मोदी चीन से डर गए
दरअसल इससे पहले राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री मोदी , चीन से डर गए हैं. उन्होंने चीन के रुख पर एक शब्द भी नहीं बोला है. इस पर रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी से सवालिया लहजे में पूछा कि राहुल गांधी जब भारत को पीड़ा होती है तो आपको खुशी क्यों होती है? घोर आतंकवादी को लेकर चीन की पुरानी नीति पर आप खुश हैं? आपके ट्वीट पर पाकिस्तान में ख़ुशी हो रही है.
जब भारत को पीड़ा होती है, राहुल गांधी को बहुत खुशी होती हैः रविशंकर प्रसाद
जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के रास्ते में चीन के अड़ंगा लगाने के मसले पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि एक हत्यारे को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रयास होते रहे हैं. कल इसमें फिर चीन ने टेक्निकल होल्ड डाला है. अब तक इस संबंध में चार बार 2009, 2016, 2017 और 2019 में कोशिशें हुई हैं. अबकी बार इस प्रस्ताव को अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस लेकर आए. ये भारत की बहुत बड़ी कूटनीतिक जीत है.
राहुल पर तंज
रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी से सवाल किया, '2009 में यूपीए के समय में भी चीन ने यूएनएससी में ऐसा ही अडंगा लगाया था, क्या उस समय आपने ट्वीट किया था? बीजेपी नेता ने कांग्रेस अध्यक्ष से पूछा, 'राहुल गांधी जी आपके तो चीन से अच्छे संबंध है, डोकलाम के वक्त आप चीन के दूतावास में गए थे. जब भारत की सेना तनाव में खड़ी थी तो राहुल गांधी बिना भारत सरकार की अनुमति के चीन के दूतावास में गए थे. जब आपके चीन से अच्छे संबंध है तो आप इस आतंकवादी के मामले में देश को थोड़ा लाभ पहुंचाते, चीन को समझाते.'