China को घेरने के लिए अमेरिका का प्लान सेट, ड्रैगन के इस बड़े शहर पर रख रहा है नजर
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China को घेरने के लिए अमेरिका का प्लान सेट, ड्रैगन के इस बड़े शहर पर रख रहा है नजर

China के इस क्षेत्र की एक अत्यंत महत्वपूर्ण रणनीतिक स्थिति है. अमेरिका का मूल उद्देश्य चीन में गड़बड़ डालने और फिर मध्य एशिया के इस महत्वपूर्ण रणनीतिक क्षेत्र में अपना प्रभाव पैदा करने के लिए मानवाधिकार आदि मुद्दों का उपयोग करना है.

China को घेरने के लिए अमेरिका का प्लान सेट, ड्रैगन के इस बड़े शहर पर रख रहा है नजर

US China Relation: इधर के वर्षों में अमेरिका और कुछ चीन विरोधी ताकतें सदा के साथ चीन के शिनच्यांग पर नजर रखी हुई हैं, और उन्होंने गैर-मौजूद मुद्दे जैसे मानव अधिकार, कपास, जबरन श्रम, आदि को चीन को धब्बा लगाने का बहाना बना लिया. हालांकि, लोगों ने यह स्पष्ट रूप से देख पाया है कि अमेरिका और पश्चिमी चीन विरोधी ताकदें शिनच्यांग पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं क्योंकि इस क्षेत्र की एक अत्यंत महत्वपूर्ण रणनीतिक स्थिति है. उनका मूल उद्देश्य चीन में गड़बड़ डालने और फिर मध्य एशिया के इस महत्वपूर्ण रणनीतिक क्षेत्र में अपना प्रभाव पैदा करने के लिए मानवाधिकार आदि मुद्दों का उपयोग करना है.

शिनच्यांग चीन के पश्चिमी भाग में स्थित है और रणनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है. इतिहास में, शिनच्यांग चीन के अंतदेर्शीय भाग से पश्चिम एशिया और दक्षिण एशिया तक पहुंचने का गलियारा रहता था, और ह्वानसांग भी इसी मार्ग से भारत की यात्रा करने गये थे. शिनच्यांग पूरे यूरेशियन महाद्वीप में प्रवेश करने वाला द्वार है. एक बार शिनच्यांग के माध्यम से पूर्वी एशिया को यूरोप के साथ जोड़ने वाला ओवरलैंड व्यापार मार्ग खोला जाए, तो इसका पूरी दुनिया पर अत्यंत भारी प्रभाव पड़ेगा. 

आठ देशों के साथ जुड़ती शिनच्यांग की सीमा

शिनच्यांग यूरेशियन महाद्वीप के भीतरी इलाकों में स्थित है, जहां न्यू यूरेशियन कॉन्टिनेंटल ब्रिज, चीन-मंगोलिया-रूस, चीन-मध्य एशिया-पश्चिम एशिया, और चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा सभी यहां मिलते हैं. शिनच्यांग की 5,700 किलोमीटर लंबी सीमा रेखा किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, भारत, मंगोलिया सहित आठ देशों के साथ जुड़ती है. शिनच्यांग हमेशा सिल्क रोड पर एक रणनीतिक स्थान रहा है, और यह चीन के अंतदेर्शीय भाग और पश्चिमी पड़ोसियों के बीच संवाद करने के लिए एक आवश्यक स्थान भी है.

शिनच्यांग में 6.72 बिलियन टन के तेल भूवैज्ञानिक भंडार, 3.06 ट्रिलियन क्यूबिक मीटर के प्राकृतिक गैस भूवैज्ञानिक भंडार और 450 बिलियन टन कोयले भंडार की स्पष्टि की गयी है. शिनच्यांग में तारिम, जुंगगर और अन्य स्थान तेल और गैस संसाधनों में समृद्ध हैं. करामय, तुहा, तारिम और अन्य तेल क्षेत्रों में निर्मित तेल नेटवर्क और प्राकृतिक गैस नेटवर्क हर वर्ष देश के पूर्वी क्षेत्रों तक बड़ी मात्रा में ऊर्जा की आपूर्ति करते हैं. इसके अलावा, चीन में प्रवेश करने वाले विदेशी तेल और गैस पाइपलाइनों के लिए शिनच्यांग भी एक महत्वपूर्ण स्टॉप है. 

अपनी ऊर्जा मांग को पूरा करने के लिए, चीन ने चार तटवर्ती सीमा पार तेल और प्राकृतिक गैस पाइपलाइन नेटवर्क विकसित किए हैं, जिनमें से शिनच्यांग पश्चिमी चीन में सबसे महत्वपूर्ण तटवर्ती तेल और गैस हस्तांतरण स्टेशन है. शिनच्यांग चीन की ऊर्जा आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण है. उधर अमेरिका ने शिनच्यांग के बारे में झूठ गढ़ने की पूरी कोशिश की और शिनच्यांग को बाधित करने के प्रयास में तथाकथित शिनच्यांग-संबंधित बिलों को प्रख्यापित किया. इन कार्रवाइयों के पीछे चीन की मौलिक सुरक्षा रणनीति को कमजोर करने की बड़ी साजिश है.

हाल के वर्षों में अमेरिका ने चीन को घेरने और दबाने के लिए शिनच्यांग मुद्दे का उपयोग करने का अथक प्रयास किया है. बेल्ट एंड रोड में शिनच्यांग की रणनीतिक स्थिति अत्यंत महत्वपूर्ण है. शिनच्यांग एशिया के केंद्र में स्थित है और इसका वैश्विक रणनीतिक महत्व है. चीन और अमेरिका के बीच रणनीतिक प्रतिस्पर्धा में शिनच्यांग की महत्वपूर्ण भूमिका स्पष्ट है. यही कारण है कि अमेरिका को शिनच्यांग पर नजर रखनी है. जहां तक उन मानवाधिकारों का दमन, जबरन श्रम और अन्य गैर-मौजूद चीजें हैं, वे अमेरिका के लिए चीन को परेशानी पैदा करने के उपकरण ही हैं.

(इनपुट- एजेंसी)

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