Pakistan Politics: पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ और उनके बेटे पर इमरान खान की पार्टी ने बड़ा आरोप लगाया है. पीटीआई का कहना है कि बाप-बेटे जिस मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसे हैं उससे जुड़े हर शख्स की मौत हो रही है. हाल ही में चपरासी मकसूद की भी मौत संदिग्ध है. इसकी निष्पक्ष जांच हो.
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Pakistan Politcal Drama: पाकिस्तान में सत्तारूढ़ दलों के नेताओं और खुद पीएम शहबाज शरीफ की तरफ से पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर लगातार करप्शन के आरोप लगाए जा रहे हैं. इस बीच अब इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने भी पीएम शहबाज शरीफ पर हमला बोला. पार्टी ने शुक्रवार को शहबाज शरीफ और उनके बेटे हमजा शहबाज के खिलाफ कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मुख्य भूमिका वाले चपरासी मकसूद अहमद की मौत की स्वतंत्र जांच की मांग की.
इस संबंध में पीटीआई के नेता फवाद चौधरी ने एक ट्वीट करते हुए लिखा, “यह बहुत परेशान करने वाली खबर है. शरीफ से जुड़े मामलों के गवाहों या उसकी जांच करने वालों की अचानक मौत हो रही है. सबसे पहले डॉक्टर रिजवान की अचानक मौत हो गई और अब इस मामले में अहम गवाह मकसूद चपरासी भी नहीं रहे. इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.'
बता दें कि मकसूद अहमद, जिसे 'मकसूद चपरासी' के नाम से भी जाना जाता है, का नाम अक्सर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पार्टी पीटीआई द्वारा भ्रष्टाचार के आरोपों पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को घेरने के लिए उल्लेख किया गया है. आरोप है कि शहबाज शरीफ और उनके बेटों ने मकसूद के बैंक खाते का उपयोग करके ही अरबों रुपये की हेराफेरी की है.
अब आपके मन में सवाल होगा कि आखिर ये मकसूद है कौन जिसका नाम इतना लिया जाता है और क्यों इसके मौत की निष्पक्ष जांच की मांग हो रही है. दरअसल, पेशे से चपरासी रहे मकसूद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बेटों की रमजान चीनी मिल में काम करता था. संघीय जांच एजेंसी को उसके बैंक खाते में तीन अरब पाकिस्तानी रुपये मिले थे. पाकिस्तानी जांच एजेंसी ने कहा था कि मिलों में चाय के लड़के और चपरासी के रूप में काम करने वाले मकसूद ने 14 मार्च, 2018 को यूएई भागने से पहले 2017 में पच्चीस हजार पाकिस्तानी रुपये का वेतन लिया था. एजेंसी ने कहा कि मकसूद के नाम से 7 फर्जी बैंक खाते खोले गए और उन खातों में अरबों पाकिस्तानी रुपये ट्रांसफर किए गए. जांच एजेंसी ने शरीफ परिवार के खिलाफ मामले में मकसूद को मुख्य शख्सियत बताया था. चपरासी शहबाज शरीफ के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सह-आरोपी और भगोड़ा अपराधी था. इमरान खान सरकार के सत्ता में आने से पहले उसने कथित तौर पर पाकिस्तान छोड़ दिया था. स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, अज्ञात कारणों से मकसूद की 9 जून को संयुक्त अरब अमीरात में मौत हो गई थी.
शहबाज शरीफ और उनके बेटे हमजा और सुलेमान मनी लॉन्ड्रिंग केस में मुख्य आरोपी हैं, जबकि 14 अन्य केस में सह-आरोपी हैं. शहबाज शरीफ और हमजा दोनों 11 जून तक इस मामले में गिरफ्तारी से पहले जमानत पर हैं.