चमोली जिले से लगे चीन सीमा क्षेत्र नीती घाटी में गुरुवार (19 जुलाई) रात को जेलम और तमक गांव में बादल फटने से भारी तबाही मच गई. नीति घाटी के तमाम बरसाती गदेरे उफान पर हैं. तमक नाले में बड़े पैमाने पर मलबा आने से बहुत गांवों का मुख्यालय से संपर्क कट गया है.
उप जिलाधिकारी जोशीमठ योगेन्द्र सिंह ने बताया कि उक्त के अतिरिक्त झेलम से एक किमी आगे भापकुण्ड की ओर बादल फटने से सड़क के किनारे टिन सेट में रह रहे बीआरओ के दो मजदूरों और उनके दो बच्चों की मलवे में दबने से मृत्यु हो गई.
जोशीमठ से करीब 50 किलोमीटर दूर नीति घाटी में मलारी रोड पर बीआरओ के मजदूरों के कैंप हैं. ये मजदूर इस सीमांत क्षेत्र में सड़कों के रखरखाव के लिए तैनात रखे जाते हैं.
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग से संबंधित विशेषज्ञों की एक टीम घटनास्थल पर है. अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश और खराब मौसम ने चारधाम तीर्थयात्रा को भी बाधित हो गई है.
सड़क पर फैले मलबे के कारण बद्रीनाथ-लम्बगद राजमार्ग जाम हो गया है और नागदेव के पास थेरंग और गंगनानी के बीच गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भी जाम हो गया है.
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