Science News: एस्टेरॉयड या क्षुद्रग्रह.. लंबे समय से वैज्ञानिकों के लिए खोज का विषय बना हुआ है. इस दिशा में अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के वैज्ञानिकों की स्टडी लगातार जारी है.
एस्टेरॉयड या क्षुद्रग्रह.. लंबे समय से वैज्ञानिकों के लिए खोज का विषय बना हुआ है. इस दिशा में अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के वैज्ञानिकों की स्टडी लगातार जारी है.
एस्टेरॉयड को लेकर नासा ने हाल ही में एक काल्पनिक अभ्यास किया है और इसका विवरण भी साझा किया है. इसमें कहा गया है कि संभावित रूप से खतरनाक एस्टेरॉयड के पृथ्वी से टकराने की 72% संभावना है और हम इसे रोकने के लिए अभी तैयार नहीं हैं.
स्पेस एजेंसी की ऑफिशियल रिपोर्ट में कहा गया है कि नासा ने अप्रैल में 5वां द्विवार्षिक प्लैनेटरी डिफेंस इंटरएजेंसी टेबलटॉप अभ्यास आयोजित किया. नासा के साथ इस अभ्यास में अमेरिका की अन्य सरकारी एजेंसियों और दूसरे देशों के सहयोगियों के तकरीबन 100 लोग शामिल हुए.
रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले निकट भविष्य में एस्टेरॉयड को लेकर कोई खतरा नहीं है. नासा ने कहा कि इस काल्पनिक अभ्यास में एस्टेरॉयड के संभावित जोखिमों चर्चा हुई.
इस अभ्यास में एक ऐसे एस्टेरॉयड के बारे में चर्चा हुई जिसके बारे में पहले कभी पता नहीं चला था. इस एस्टेरॉयड के लगभग 14 साल में पृथ्वी से टकराने की 72% संभावना जताई गई थी.
नासा की रिपोर्ट में इस एस्टेरॉयड के पृथ्वी से टकराने की संभावित तारीख भी बताई गई है. 12 जुलाई 2038 इसके पृथ्वी से टकराने की 72% संभावना है.
रिपोर्ट में अभ्यास की डिटेल शेयर करने के साथ बताया गया है कि पृथ्वी के पास संभावित खतरनाक एस्टेरॉयड से निपटने की तकनीक पर भी काम किया जा रहा है. इसके लिए नासा NEO सर्वेयर (नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट सर्वेयर) तैयार कर रहा है.
NEO सर्वेयर एक इन्फ्रारेड स्पेस टेलीस्कोप है. इसे पृथ्वी की देखभाल के लिए तैयार किया जा रहा है ताकि संभावित रूप से खतरनाक नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट्स को कई साल पहले ही खोजा जा सके. नासा का NEO सर्वेयर जून 2028 में लॉन्च होगा.
ट्रेन्डिंग फोटोज़