Euclid Space Telescope Images: यूरोप के यूक्लिड स्पेस टेलीस्कोप ने कुछ शानदार तस्वीरें खींची हैं. इनमें चमचमाती आकाशगंगाएं, तारों की नर्सरी और हमारी मिल्की वे जैसी एक आकाशगंगा नजर आ रही है. पिछले साल लॉन्च किए गए यूक्लिड मिशन का मकसद डार्क एनर्जी और डार्क मैटर के रहस्यों की जांच करना है. यह यूक्लिड मिशन की तस्वीरों का दूसरा सेट है जिसे यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) ने जारी किया है. जो पांच नई तस्वीरें जारी हुई हैं, उन्हें यूक्लिड ने सिर्फ एक दिन में खींचा है. यूक्लिड मिशन कुल छह साल चलेगा. ESA ने पहली बार यूक्लिड का साइंटिफिक डेटा भी जारी किया है. आने वाले सालों में वैज्ञानिक इस डेटा की मदद से सभी तरह के 'निष्कासित' ग्रहों या 'दुष्ट' ग्रहों का पता लगाने की कोशिश करेंगे. ये ऐसे ग्रह होते हैं जो किसी तारे से नहीं जुड़े होते और मुक्त अवस्था में घूमते रहते हैं. यूक्लिड की तस्वीरों का पहला बैच पिछले साल नवंबर में जारी किया गया था. तस्वीरों में आप भी देखिए, ब्रह्मांड के कुछ शानदार नजारे. (Photos Credit: ESA/Euclid/Euclid Consortium/NASA)
यूक्लिड टेलीस्कोप ने धरती से 2.7 बिलियन प्रकाश वर्ष दूर मौजूद गैलेक्सी क्लस्टर Abell 2390 का फोटो लिया है. इस क्लस्टर में 50,000 से ज्यादा आकाशगंगाएं मौजूद हैं. हर आकाशगंगा में अरबों-खरबों तारे हो सकते हैं, जिनमें से बहुतों का आकार हमारे सूर्य से कई करोड़ गुना बड़ा होगा. Abell 2390 में यूक्लिड ने 'अनाथ तारों' की झीनी रोशनी भी पकड़ी. ये वे तारे होते हैं जो गैलेक्सी क्लस्टर्स के बीच भटक रहे होते हैं.
यूक्लिड मिशन पर काम करने वाले फ्रेंच वैज्ञानिक जीन-चार्ल्स कुइलैंड्रे ने AFP से कहा कि जब ये तारे आकाशगंगाओं से बाहर धकेले जाते हैं तो एक बादल जैसा बना लेते हैं जो पूरे क्लस्टर के चारों तरफ मौजूद रहता है. एस्ट्रोनॉमर्स के अनुसार, यह अनोखी घटना आकाशगंगाओं के बीच डार्क मैटर की मौजूदगी की ओर इशारा करती है.
यूक्लिड ने Messier 78 नाम की नर्सरी का सबसे गहराई से फोटो लिया है. यहां पृथ्वी से 1,300 प्रकाश वर्ष दूर तारों का जन्म हो रहा है. इस तस्वीर के केंद्र में जो हल्की नीली जगह दिख रही है, उस क्षेत्र में तारे अब भी बन रहे हैं. लाखों साल तक इसी अवस्था में रहने के बाद, वे फोटो के निचले भाग में बैंगनी और नारंगी बादलों से उभरते हैं.
Abell 2764 नाम के गैलेक्सी क्लस्टर की फोटो एक काले विस्तार को दर्शाती है जिसमें एक पीला सितारा मौजूद है. कुइलैंड्रे ने मुताबिक, यह टेलीस्कोप को प्वाइंट करने में गड़बड़ी का नतीजा है. लेकिन इससे 'यूक्लिड की प्रकाश को केंद्रित करने की बिल्कुल अनोखी क्षमता' का पता चलता है क्योंकि यह एक चमकीले तारे के पास मौजूद धुंधली चीजों को भी पकड़ सका.
यूक्लिड ने नौजवान डोराडो क्लस्टर का जो फोटो लिया, उसमें एक नई चीज दिखी. वैसे तो वैज्ञानिक इस क्लस्टर पर काफी स्टडी कर चुके हैं, लेकिन यूक्लिड के फोटो से उन्हें एक बौनी आकाशगंगा का पता चला जो पहले कभी नहीं दिखी थी.
यूक्लिड टेलीस्कोप की पांचवीं फोटो स्पाइरल गैलेक्सी NGC 6744 की है. यह हमारी मिल्की वे गैलेक्सी से काफी मिलती-जुलती है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़