आजकल की जिंदगी में हम अक्सर ये सुनते हैं कि हेल्दी रहने के लिए फिजिकल एक्टिव रहना कितनी जरूरी है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिजिकल फिटनेस सिर्फ मोटापा कम करने या मसल्स को मजबूत बनाने के लिए ही जरूरी नहीं है, बल्कि ये हमारी मेंटल हेल्थ को भी बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाती है. जब हम व्यायाम करते हैं, तो हमारा शरीर एंडोर्फिन नामक केमिकल का उत्पादन करता है, जिसे 'खुशी का हार्मोन' भी कहा जाता है. एंडोर्फिन तनाव और चिंता को कम करता है, मूड को बेहतर बनाता है और हमें पॉजिटिव महसूस कराता है. इसके अलावा, नियमित व्यायाम ब्रेन में न्यूरोट्रांसमीटर के लेवल को भी बढ़ाता है, जो सीखने और याददाश्त को मजबूत बनाने में मदद करते हैं. फिजिकल एक्टिविटी के मेंटल हेल्थ पर पॉजिटिव प्रभावों के जानें.
व्यायाम के दौरान हमारा शरीर तनाव पैदा करने वाले हार्मोन कोर्टिसोल के स्तर को कम करता है. साथ ही, एंडोर्फिन के निर्माण से तनाव कम होकर मन शांत होता है.
नियमित व्यायाम डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में काफी कारगर साबित हुआ है. व्यायाम के दौरान ब्रेन में पॉजिटिव केमिकल का निर्माण होता है, जो डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने और आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद करता है.
शारीरिक रूप से एक्टिव रहने से रात में अच्छी नींद आती है. अच्छी नींद तनाव को कम करती है और मानसिक स्पष्टता को बढ़ाती है.
नियमित व्यायाम से शारीरिक फिटनेस के साथ-साथ आत्मविश्वास और आत्मसम्मान भी बढ़ता है. लक्ष्यों को हासिल करना और खुद को बेहतर होते देखना मनोबल को ऊंचा रखता है.
व्यायाम ब्रेन के काम को तेज करता है और याददाश्त को मजबूत बनाता है. साथ ही, यह उम्र बढ़ने के साथ होने वाली मानसिक कमजोरियों के खतरे को भी कम करता है.
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