Iran News: इस क्षेत्र में फैली भीषण गर्मी की स्थिति को और गंभीर बना देगा। जलवायु वैज्ञानिकों का मानना है कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण ऐसे चरम मौसमी हालात भविष्य में और अधिक आम हो जाएंगे.
Highest Heat Point Of Earth: दुनिया भीषण ग्लोबल वार्मिंग के दौर से गुजर रही है. लेकिन इतनी भीषण कि शायद वैज्ञानिकों को अंदाजा भी नहीं हो रहा है.. इसकी बानगी देखिए. जब किसी स्थान का हीट इंडेक्स पचास-साठ डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, तो उस जगह की स्थिति बेहद खतरनाक हो जाती है। लेकिन अगर यह अस्सी पार हो जाए तो क्या होगा.
इस बिंदु पर गर्मी की तीव्रता इतनी अधिक होती है कि लोगों के लिए बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है. ऐसा महसूस होता है जैसे कोई भट्ठी में खड़ा हो. लेकिन दक्षिणी ईरान के एक मौसम केंद्र द्वारा दर्ज किए गए 82.2 डिग्री सेल्सियस के हीट इंडेक्स दर्ज किया गया. अगर यह आंकड़ा सही साबित होता है, तो यह अब तक का सबसे गर्म तापमान होगा जिसे मापा गया है.
असल में ईरान के एक हवाई अड्डे के मौसम केंद्र पर ये आंकड़े दर्ज किए गए हैं. यहां तो सिर्फ हवा का तापमान 38.9 डिग्री सेल्सियस था और साथ ही 85% की उच्च आर्द्रता मौजूद थी. इन दोनों कारकों ने मिलकर एक ऐसी स्थिति पैदा की जिसे हीट इंडेक्स कहते हैं. यह हीट इंडेक्स इतना अधिक था कि इसे अब तक का सबसे गर्म तापमान माना जा सकता है.
हालांकि अमेरिकी मौसम विज्ञानी कॉलिन मैकार्थी ने सोशल मीडिया पर इस डेटा को लेकर राय दी. उन्होंने कहा कि इस जानकारी की सटीकता की पुष्टि के लिए एक औपचारिक जांच जरूरी है. अगर यह डेटा सही साबित होता है तो यह पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ देगा और इस क्षेत्र में फैली भीषण गर्मी की स्थिति को और गंभीर बना देगा. जलवायु वैज्ञानिकों का मानना है कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण ऐसे चरम मौसमी हालात भविष्य में और अधिक आम हो जाएंगे.
वहीं अगर ईरान में दर्ज किए गए तापमान के आंकड़े सही साबित होते हैं, तो यह अब तक का सबसे गर्म तापमान होगा. यह इस क्षेत्र में बढ़ती गर्मी की स्थिति को दर्शाता है. जलवायु वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण ऐसी भीषण गर्मी की घटनाएं भविष्य में और अधिक बार देखने को मिल सकती हैं.
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