Indian Armed Forces in Other Countries: भारत सेना की शौर्य गाथाएं तो आपने खूब सुनी होंगी. दुश्मनों को धूल चटाने से लेकर आपदा के समय अपनी जान पर खेलकर आम लोगों की सेना के जवान रक्षा करते हैं.लेकिन दुनिया तेजी से बदल रही है. इसलिए अब उसी के हिसाब से भारत की अपनी मिलिट्री स्ट्रैटजी बदल रहा है. पहले भारतीय सेना के जवानों को कुछ चुनिंदा देशों में ही पोस्ट किया जाता था. लेकिन दुनिया के बदलते हालातों और नए देशों के साथ भारत की बढ़ती सैन्य दोस्ती के मद्देनजर अब और भी देशों में इंडियन आर्म्ड फोर्सेज के जवानों को तैनात किया जा रहा है. इनको डिफेंस अटैची (Defence Attaches) कहा जाता है.
हथियारों के एक्सपोर्ट में तेजी लाने और दुनिया के बाकी देशों के साथ दोस्ती बढ़ाने के लिए भारत ने मिलिट्री और डिफेंस के लोगों को कई नए देशों में पोस्ट करना शुरू कर दिया है.
अप्रैल में आई टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक आर्मी, नेवी और एयरपोर्ट के जवानों को रूस, फ्रांस और ब्रिटेन के बड़े मिशन से हटाकर अब पोलैंड, आर्मेनिया, तंजानिया, मोजांबिक, जिबूती, इथोपिया, आइवरी कोस्ट और फिलिपींस में तैनात किया गया है.
कई अफसर तो नई पोस्ट जॉइन कर चुके हैं. जबकि अगले फेज में 10 नए डिफेंस विंग्स में विभिन्न देशों में अफसरों और डिफेंस अटैची को तैनात किया जाएगा. यह ऐसे देश हैं, जिनको भारत हथियार बेच सकता है.
भारत की नजर अफ्रीका पर है, जिसके साथ भारत रक्षा सहयोग बढ़ाना चाहता है. चीन यहां पहले से ही घर कर चुका है. अफ्रीकी देशों के साथ युद्धाभ्यास, ट्रेनिंग प्रोग्राम्स के अलावा अब भारत अफ्रीकी देशों को तेजस फाइटर जेट्स, पिनाका मल्टी लॉन्च रॉकेट सिस्टम, ब्रह्मोस सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल और आकाश एयर डिफेंस सिस्टम बेचने की कोशिश कर रहा है.
पिछले साल अध्यक्षता के दौरान भारत ने अफ्रीकी यूनियन को जी20 का स्थायी सदस्य बनाने के लिए काफी जोर लगाया है. अन्य अफ्रीकी देशों जैसे तंजानिया, मोजांबिक और आइवरी कोस्ट के अलावा सामरिक रूप से अहम जिबूती में भी अफसर तैनात होंगे. अगस्त 2017 में चीन ने जिबूती में अपना सैन्य बेस बनाया था.
आर्मेनिया में भी पहली बार भारतीय जवानों को तैनात किया जाएगा. आर्मेनिया भी हथियार बेचने के लिए एक अहम देश के तौर पर सामने आ रहा है. उसके साथ पिनाका रॉकेट, आकाश मिसाइल और हथियारों को बेचने के लिए डील भी हो रही है.
चीन के दक्षिणी चीन सागर में आक्रामक रुख को देखते हुए अब भारत भी ASEAN देशों के साथ अपने सैन्य संबंध मजबूत कर रहा है. फिलीपींस को भारत ब्रह्मोस मिसाइलों की पहली खेप दे ही चुका है. इसके लिए दोनों देशों के बीच 375 मिलियन डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट हुआ था.
इसके अलावा अर्जेंटीना, इजिप्ट और फिलीपींस को भारत सिंगल इंजन वाले तेजस फाइटर जेट्स भी बेचने की कोशिश कर रहा है.
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