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Iran-Israel Tension: ईरान या इजराइल पर एटम बम से हमला हुआ तो कितनी होगी तबाही? AI की तस्वीरों में देखिए

Israel-Iran Conflict: इजराइल पर ड्रोन और मिसाइल से अटैक के बाद ईरान (Iran) से उसकी जंग शुरू होने का डर है. दुनिया को लगता कि इस बार युद्ध शुरू हुआ तो बचना मुश्किल है. इजरायल के पास तो आधिकारिक रूप से परमाणु बम हैं. लेकिन अब दावा किया जा रहा है कि ईरान के पास भी एटम बम हैं. ऐसे में युद्ध हुआ तो डर है कि कहीं दोनों में से कोई न्यूक्लियर वेपन का इस्तेमाल ना कर ले. कभी भी कोई न्यूक्लियर बटन ना दबा दे. आइए समझते हैं कि अगर ऐसा हुआ तो यह कितना भयानक होगा.

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अगर ईरान और इजरायल की राजधानी पर परमाणु बम गिरे तो कितनी बड़ी तबाही मचेगी. ये समझ लेते हैं. दावा है कि ईरान में बम गिरते ही साढ़े तीन लाख लोगों की मौत हो सकती है. वहीं, अगर इजरायल में परमाणु बम गिरा तो 1 लाख 25 हजार से ज्यादा लोग मारे जा सकते हैं. ईरान में साढ़े 8 लाख से अधिक लोग घायल हो सकते हैं जबकि इजरायल में कम से कम 3 लाख 20 हजार लोगों पर इसका असर पड़ सकता है.

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दावा है कि जहां परमाणु बम गिरेगा वहां के ढाई किलोमीटर के दायरे में भीषण तबाही होगी और 7 किलोमीटर का इलाका रेडियेशन से बुरी तरह प्रभावित होगा. ये तबाही तब होगी जब इन शहरों पर हिरोशिमा से दोगुना बड़ा बम गिराया जाएगा. हालांकि, आजकल कई देश इससे भी कहीं बड़े न्यूक्लियर वेपन तैयार कर चुके हैं.

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गौरतलब है कि युद्ध की आशंका इसलिए है क्योंकि ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने इजरायल पर मिसाइल हमले का फैसला लिया. इजरायल का दावा है कि ईरान को उसके हमले की सजा जरूर मिलेगी. दूसरी तरफ ईरान कह रहा है कि उसपर जवाबी हमला हुआ तो मामला आउट ऑफ कंट्रोल हो जाएगा.

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दरअसल, इजराइल ईरान से हिसाब चुकता करना चाहता है. उसके हमले का मुंहतोड़ जवाब देना चाहता है. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू बेताब हैं लेकिन दुनिया के दबाव के आगे उनके हाथ बंधे हैं. बार-बार ईरान उकसा रहा है. अमेरिका समेत पश्चिमी देश रोक रहे हैं. लेकिन इजराइल ठान चुका है कि खुद पर हुए हमले का बदला लेगा.

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जान लें कि ईरान की तरफ से पिछले हफ्ते इजराइल पर 350 मिसाइलों और ड्रोन से बड़ा हमला किया गया था.. जिसके बाद वर्ल्ड वॉर शुरू होने का डर हर तरफ फैलने लगा था. दुनिया को डर था कि इजराइल तुरंत जवाबी हमला करेगा. लेकिन अमेरिका का साथ ना देने और दबाव के चलते अब तक नेतन्याहू खामोश हैं. लेकिन बार-बार साफ कर चुके हैं कि इजराइल इसे सहने वाला नहीं है. नेतन्याहू ने वॉर कैबिनेट बैठक की, जिसमें साफ कहा कि भले ही उनके सहयोगी कुछ भी कहें लेकिन इजराइल वो सब करेगा जो उसकी रक्षा के लिए जरूरी होगा.

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