PM Modi Parvati Kund: प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में कैलाश व्यू पॉइंट से आदि कैलाश के दर्शन किए. यह व्यू पॉइंट जोलिंगकोंग इलाके में है जहां से कैलाश पर्वत साफ नजर आता है. यानी अब कैलाश धाम के दर्शन के लिए चीन के कब्जे वाले तिब्बत जाने की जरूरत नहीं होगी. इसके साथ ही PM ने पार्वती कुंड में पूजा-अर्चना की. यहां से 20 किलोमीटर दूर चीन की सीमा शुरू हो जाती है. पीएम नरेंद्र मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने उत्तराखंड से लगी भारत-चीन सीमा पर आदि कैलाश पर्वत का दर्शन किया.
पार्वती सरोवर एक पवित्र झील है जो आदि कैलाश के शिखर के पास 4497 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. इस झील के तट पर भगवान शिव और देवी पार्वती का एक मंदिर स्थित है. इसी मंदिर में गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने दर्शन किए. पीएम मोदी ने शंख बजाकर भक्ति के तारों को जोड़ा और सभी ईश्वरीय शक्तियों का आह्वान किया. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सिर पर पगड़ी बांध रखी थी. प्रधानमंत्री ने इस स्थान पर पवित्र आदि-कैलाश से आशीर्वाद भी लिया. उत्तराखंड में स्थित आदि कैलाश, हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र स्थलों में से एक है.
पीएम मोदी इस दौरान उत्तराखंड की स्थानीय वेशभूषा में नजर आए. अभी नवरात्रि आने वाले हैं. शक्ति उपासना के पर्व में भी पीएम मोदी अपने व्यस्त कार्यक्रमों के बीच साधनारत रहेंगे. ये क्षेत्र 2 साल में बड़े धर्म नगर शिव धाम के रूप में विकसित हो जाएगा. कैलाश व्यू प्वाइंट, ओम पर्वत और आदि कैलाश के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का धारचूला के बाद यही सबसे बड़ा और अहम पड़ाव होगा.
'आदि कैलाश वह पर्वत माना जाता है जहां शिव और पार्वती कैलाश पर्वत पर समाधि लेने के लिए जाते समय रुके थे.' यहां के सभी तीर्थ स्थलों में श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए बड़े यात्री निवास और होटल बनेंगे. इसी धाम के आस-पास और पूरी जगहों पर भारतीय टेलीकॉम कंपनियों का नेटवर्क मिलेगा गांव में होम स्टे बढ़ाए जाएंगे. ये क्षेत्र पूरी तरह से धार्मिक तीर्थाटन के अनुरूप बन जाएगा.
पीएम ने अपनी पूजा को लेकर लिखा- उत्तराखंड में पिथौरागढ़ के पवित्र पार्वती कुंड में दर्शन और पूजन से अभिभूत हूं. भगवान के सामने मस्तिस्क पर टीका लगवाने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
PM ने आदि कैलाश पर्वत के सामने ध्यान भी लगाया.
मंदिर के बाहर बैठे नंदी महाराज की पूजा भी पीएम मोदी ने की. इस दौरान उन्होंने पूरे विधिविधान से यहां की परंपराओं का पालन किया.
यहां से 20 किलोमीटर दूर चीन की सीमा शुरू हो जाती है. नरेंद्र मोदी देश के पहले PM हैं, जिन्होंने उत्तराखंड से लगी भारत-चीन सीमा पर आदि कैलाश पर्वत का दर्शन किया है.
पीएम मोदी ने आज अपनी शिवभक्ति के दौरान उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़ स्थित पार्वतीकुंड स्थित मंदिर में पूरे विधिविधान से पूजा की. इस दौरान पीएम मोदी ने पहले डमरू बजाया फिर उन्होंने शंख भी बजाया. मंदिर में पीएम मोदी ने पहले पुजारी से कलावा बंधवाया और फिर आरती की. यहां उन्होंने शंख और डमरू बजाया. इसके बाद पीएम मोदी ने मंदिर के बाहर सरोवर के पास बैठकर पूजा अर्चना की.
कैलाश दर्शन के बाद PM मोदी उत्तराखंड में धारचूला से 70 किमी दूर और 14000 फीट ऊपर बसे गुंजी गांव पहुंचे. यहां उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की. शिव-शक्ति मंदिर के अंदर PM मोदी ने आरती भी की.
PM मोदी ने गुरुवार सुबह पिथौरागढ़ में कैलाश व्यू पॉइंट से आदि कैलाश के दर्शन किए. उन्होंने इस दौरान पार्वती कुंड में भी पूजा-अर्चना की.
पीएम मोदी की भगवान शिव में अटूट आस्था है, यही वजह है कि राजा राम चंद्र भगवान की असीम कृपा उन पर सदैव बनी रहती है. यहां बात मोदी की शिवभक्ति की तो आज उन्होंने ऐसी जगह जाकर भगवान शिव शंभू का पूजन किया, जहां उनसे पहले कभी कोई भारतीय प्रधानमंत्री नहीं गया था.
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