भारत के दिग्गज उद्योगपति और परोपकारी रतन टाटा का बुधवार को 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उद्योग और समाज में उनके योगदान की चर्चाएं तो जगजाहिर हैं, लेकिन रतन टाटा की एक और पहचान थी- जानवरों, विशेषकर डॉग्स के प्रति उनका असीम प्रेम और दया. उनके सोशल मीडिया पोस्ट्स में अक्सर आवारा डॉग्स के प्रति उनका स्नेह दिखता था. वे हमेशा उनके लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित करने की बात करते थे और उनके लिए घर खोजने में मदद करते थे. आइए 5 ऐसी कहानियों के बारे में जानें, जब रतन टाटा ने प्रूव किया कि उनका बड़े डॉग लवर को नहीं है.
एक बार उन्होंने अपने ऑफिस के कर्मचारियों द्वारा सियोन अस्पताल, मुंबई के पास एक खोए हुए और घायल डॉग्स को खोजने की जानकारी शेयर की थी. उन्होंने पोस्ट में लिखा था, "अगर यह डॉग्स आपका है, तो कृपया हमें रिपोर्टलॉस्टडॉग@gmail.com पर ईमेल करें और कुछ सबूत के साथ संपर्क करें. इस बीच, हम उसकी देखभाल कर रहे हैं और उसका इलाज करवा रहे हैं.
रतन टाटा ने एक बार अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में मानसून के दौरान आवारा जानवरों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की थी. उन्होंने लिखा था, “जब बारिश होती है, तो बहुत से आवारा डॉग्स और बिल्लियां हमारी कारों के नीचे शरण लेते हैं. कार चालू करने से पहले उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें. उन्हें गंभीर चोट लग सकती है, या उनकी जान भी जा सकती है.”
साल 2021 में रतन टाटा ने ताज होटल के एक कर्मचारी की तस्वीर शेयर की थी, जिसमें वह एक आवारा डॉग को बारिश से बचाने के लिए उसके सिर पर छाता लगाए खड़ा था.
रतन टाटा ने एक बार प्यारे जीव के साथ अपनी एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा था, "इस दिवाली पर गोद लिए गए बॉम्बे हाउस कुत्तों के साथ कुछ दिल छू लेने वाले पल, खासकर गोवा, जो मेरे ऑफिस साथी हैं."
अपनी आखिरी डॉग्स से जुड़ी पोस्ट में, रतन टाटा ने उन चार डॉग्स और उनके मालिकों का धन्यवाद किया, जिन्होंने टाटा की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए सात महीने के कुत्ते के लिए ब्लड डोनेट किया था. इस घटना से उनके प्रति उनके दिल में बसे डॉग्स के प्रति विशेष प्रेम को एक बार फिर उजागर किया.
ट्रेन्डिंग फोटोज़