ये एक ऐसी कहानी है जो सबको इंस्पायर भी करती है और हैरान भी. 26 साल की ये एक्ट्रेस बेशक अपनी बातों से ये झलकने न दें, लेकिन वह अंदर से काफी मजबूत और समझदार है. तभी तो लोगों की तमाम बातें सुनने और परिवार में जुल्म सहने के बाद वह रूकी नहीं. बल्कि बढ़ती गई. पढ़िए ये खास स्टोरी.
लखनऊ में आम मुस्लिम परिवार में 15 अक्टूबर 1997 में एक लड़की का जन्म हुआ. किसी ने तब ये सोचा भी नहीं होगा कि ये बड़े होकर क्या करेगी. क्योंकि ऐसा किसी ने आजतक कुछ किया भी कहां था. रुढ़िवादी परिवार में जन्मी इस लड़की की तीन बहनें और एक भाई है. काफी मुश्किलों में बचपन बीता. पिता ने खूब जुल्म भी किए. कभी पीटा तो कभी जो मुंह में आया वो बक दिया. आखिरकार 4 बहन-भाईयों में से इस लड़की ने घर छोड़ने का सोच लिया. उम्र थी सिर्फ 17 साल. लखनऊ छोड़कर दिल्ली आ गई. अब नई जिंदगी पुरानी से भी मुश्किल भरी थी. सिर पर छत के साथ-साथ दो वक्त की रोटी की भी तलाश थी. लेकिन ये लड़की आम नहीं थी. और लड़कियों से एकदम अलग थी. इसने गुजारे के लिए कभी कॉल सेंटर की नौकरी पकड़ी तो कभी ट्यूशन पढ़ातीं. खुले विचार, खूबसूरत चेहरा और नाजुक उम्र...ये यहां नहीं ठहरने वाली थीं, इसने तो ट्रेन पकड़ी और चली गई मुंबई किस्मत अजमाने. जानते हैं आज ये कौन हैं... ये हैं उर्फी जावेद. जिसे अब किसी परिचय की जरूरत नहीं है.
आजकल उर्फी जावेद अपनी जिंदगी पर बनी टीवी सीरीज 'फॉलो कर लो यार' के लिए चर्चा में हैं. जहां उनके परिवार की झलक के साथ साथ उनकी जिंदगी के कई पहलुओं को दिखाया गया है. उर्फी की बहनों से लेकर लवलाइफ, पुराना घर, मां, नानी से लेकर सबकुछ इस सीरीज में हैं.
उर्फी जावेद ने वो किया, जो बड़ी-बड़ी एक्ट्रेस नहीं कर पातीं. लोगों के ताने सुनती गईं और अपने मन की करती गई. वह तो इन ट्रोलिंग से और मजबूत होती गईं. अक्सर उर्फी जावेद अपने कपड़ों के लिए चर्चा में रहती हैं. कभी कूड़ेदान की पन्नी से ड्रेस बना लेती हैं तो कभी फोन-चार्जर से. आज के समय में उर्फी जावेद के इंस्टाग्राम पर 4.9 मिलियन फॉलोअर्स हैं.
उर्फी जावेद ने वैसे तो मुंबई आकर दोस्तों के घर का सहारा लिया. फिर कई तरह की नौकरी की तलाश की. आखिरकार उन्होंने साल 2016 में टीवी जगत में एंट्री मिली 'बड़े भैया की दुल्हनिया' सीरियल से. आगे चलकर वह 'चंद्र नंदिनी' और 'मेरी दुर्गा' जैसे सीरियल में आईं. मगर 'बिग बॉस ओटीटी' के बाद तो वह घर-घर में अपने ड्रेसिंग सेंस को लेकर छा गईं. एक दिन ऐसा नहीं होता जब उर्फी जावेद की कोई ड्रेस की चर्चा सोशल मीडिया पर न हो. उर्फी ने एक्टिंग के इत्तर अपने फैशन सेंस को अपनी कामयाबी बनाया.
साल 2022 में उर्फी जावेद गूगल पर एशिया में सबसे ज्यादा सर्च की जाने वाली हस्तियों में शुमार हो गईं. इस लिस्ट में जान्हवी कपूर, सारा अली खान और दिशा पाटनी भी शामिल थीं. हालांकि समय-समय पर उर्फी जावेद को लेकर विवाद भी हुए हैं. कभी उन्हें भद्दे कमेंट्स का सामना करना पड़ता है तो कभी न्यूडिटी के चलते शिकायत का.
साल 2021 में उर्फी जावेद ने अपने परिवार को लेकर बातचीत की. जहां उन्होंने बताया कि वह रुढ़िवादी मुस्लिम परिवार से आती हैं. आए दिन लोग सोशल मीडिया पर उन्हें कपड़ों भर भरकर ट्रोल करते हैं. इतना ही नहीं, कुछ तो धर्म का वास्ता भी देते हैं. उन्होंने कहा, 'मैं किसी धर्म में विश्वास नहीं रखती हूं. न ही मैं इस्लाम फॉलो करती हूं. मेरा बस चले तो मैं मुस्लिम आदमी से शादी भी नहीं करूंगी.' इसके अलावा उन्होंने ये भी बताया था कि वह भगवद् गीता पढ़ती हैं.
'ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे' को दिए इंटरव्यू में उर्फी जावेद ने पिता द्वारा टॉर्चर किए जाने की बात शेयर की थी. उन्होंने बताया था कि वह 17 साल की उम्र में लखनऊ से दिल्ली भाग आई थीं. उनके पिता उन्हें बहुत पीटते थे. तब तक मारा करते थे कि इंसान बेहोश ही क्यों न हो जाए. उनके मन में इन टॉर्चर से परेशान होकर सुसाइड के थॉट भी आया करते थे. खुद की टीवी सीरीज में भी उर्फी जावेद के परिवार को लेकर दिखाया गया है. जहां उनकी तीनों बहनें भी बताती हैं कि कैसे उनके पिता की वजह से उनका बचपन काफी मुश्किलों में बीता. मां को वह छोड़कर चले गए थे. तब उनकी छोटी बहन और भाई स्कूल में थे. वह बेटों की चाहत रखते थे. अब उर्फी के पिता ने दूसरी शादी भी कर ली है.
'फॉलो कर लो यार' में एक सीन है, जहां दिखाया जाता है कि उर्फी जावेद अपने पैरेंट्स का तलाक करवाना चाहती हैं. वह लखनऊ में वकील से भी मिलती हैं. मगर उनकी बहनें ये देखकर दंग रह जाती हैं कि वह कैसे मां की जिंदगी का फैसला ले सकती हैं. फिर उर्फी बताती हैं कि मां-पिता पिछले कई सालों से साथ नहीं रहते हैं. मां ने काफी कुछ झेला है. वह चाहती हैं कि मां बहनें मुंबई शिफ्ट हो जाए. अपना-अपना करियर बनाएं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़