Netflix Series Monsters True Story: ओटीटी पर हर दिन कोई न कोई नहीं फिल्म या वेब सीरीज स्ट्रीम होती है, जो देखते ही देखते दर्शकों के बीच वायरल होने लगती है. ओटीटी पर आजकल एक नया ट्रेंड शुरू हुआ है और वो है सच्ची घटनाओं पर वेब सीरीज या डॉक्यूमेंट्री बनाकर दर्शकों के सामने पेश करना. कुछ समय पहले ओटीटी पर एक ऐसी ही वेब सीरीज स्ट्रीम हुई, जो देखते ही देखते दर्शकों के बीच छा गई. खास बात ये है कि ये सीरीज सच्ची घटना पर आधारित है. इतना ही नहीं, लाखों की संख्या में लोग इस सीरियल को देख रहे हैं, लेकिन क्या सच में इसकी कहानी असली है? चलिए बताते हैं उस कहानी के बारे में...
ओटीटी पर मौजूद लाखों-करोड़ों कंटेंट के बीच वो वेब सीरीज जिसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं उसकी कहानी आपका दिल दहला सकती है. सीरीज के सीन आपके रोंगटे खड़े कर सकते हैं. इस सीरीज को स्ट्रीम हुए कुछ ही समय हुआ है और दर्शकों के बीच ये पूरी तरह से छा गई है. दर्शकों के बीच ये एक ऐसी सीरीज बन चुकी है, जिसके बारे में हर कोई बात कर रहा है. दो भाइयों की सच्ची कहानी पर बनी इस सीरीज ने हर किसी का ध्यान खींच लिया है. फिर चाहे वो विदेशी या देसी.
हम यहां जिस सीरीज के बारे में बता कर रहे हैं उसको नाम 'मॉन्स्टर्स: द लाइल एंड एरिक मेनेंडेज़ स्टोरी' है. जो पिछले महीने गुरुवार, 19 सितंबर को ओटीटी पर स्ट्रीम हुई थी. और सबसे ज्यादा देखी जाने वाली सीरीज में से एक बन गई है. इस सीरीज को डायरेक्शन रयान मर्फी ने किया है. बेरहमी से किए गए मर्डर की घटना पर आधारित इस सीरीज को अब तक 12.3 मिलियन से भी ज्यादा बार देखा जा चुका है. इतना ही नहीं, ये सीरीज पिछले दिनों सबसे ज्यादा देखी जाने वाली यूके टीवी लिस्ट में नंबर 1 पर थी.
ये सीरीज 89 देशों में भी टॉप 10 में रही और इसमें लाइल और एरिक मेनेंडेज नाम के दो भाइयों की कहानी दिखाई गई है, जिन्होंने अपने मां-बाप को बेरहमी से गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस शो में कूपर कोच और निकोलस अलेक्जेंडर चावेज ने इन दोनों भाइयों का किरदार निभाया है, जबकि जेवियर बार्डेम और क्लो सेविनी ने उनके माता-पिता का रोल निभाया है. इस सीरीज को देखने के बाद हर किसी से मन में एक ही सवाल है कि सच में ये कहानी सच्ची घटना पर आधारित है? तो इसका जवाब है, 'हां, ये सीरीज सच्ची घटना पर आधारित है'.
लाइल और एरिक मेनेंडेज दो भाई हैं, जिन्होंने 20 अगस्त 1989 को अपने माता-पिता की हत्या की थी. जोस और किट्टी मेनेंडेज को उनके बेवर्ली हिल्स के घर में करीब से कई बार गोली मारी गई थी. उस वक्त लाइल की उम्र 21 साल थी और एरिक की 18 साल थी. हत्या करने के बाद दोनों भाइयों ने शुरुआत में पुलिस को भटकाने की खूब कोशिश की थी, लेकिन पुलिस को उन दोनों भाइयो पर ही शक था. कुछ चीज़ों के चलते पुलिस को दोनों भाइयो पर और ज्यादा शक होने लगा, जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया और उन पर हत्या का मुकदमा चलाया गया.
अपने माता-पिता की हत्या करने के बाद दोनों आंधा पैसा उड़ाने लगे थे, जिसके चलते पुलिस को शक हुआ और दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था. मुकदमा के दौरान दोनों भाइयों ने दावा किया था कि उन्होंने कई सालों तक कथित तौर पर फिजिकली, इमोशनली और यौन शोषण को झलने के बाद ये कदम उठाया था. हालांकि, बावजूद इसके दोनों को जूरी ने उन्हें दोषी पाया और सजा सुनाई गई. दोनों भाई आज भी आजीवन कारावास की सज़ा काट रहे हैं और अगर आप ये सीरीज देखना चाहते हैं नेटफ्लिक्स पर हिंदी भाषा में देख सकते हैं.
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