Places To Visit In Delhi: देश की राजधानी दिल्ली, जो अपने बिजनेस, स्ट्रीट फूड्स, राजनीति और इतिहास के बारे में जानी जाती हैं. यहां का टूरिस्ट डेस्टिनेशंस भी बहुत फेमस है. लोग अलग-अलग राज्यों, शहरों और देशों से यहां आते हैं और इसके स्मारकों और खाने का लुत्फ उठाते हैं. दिल्ली की हर गली, चौक और कोना तारीख की गवाही देता है. तो चलिए इस आज हम आपको सबसे भारत की राजधानी के 5 सबसे खूबसूरत ऐतिहासिक इमारतों के बारे में बताएंगे जहां आप कम खर्च और मेट्रो के सहारे घूम सकते हैं.
हुमायुं का मकबरा उनकी पहली बीवी हाजी बेगम ने करवाया था, जो कि 1572 में बनकर तैयार हुआ था. इस टॉम्ब को इंडिया का पहला गार्डन मकबरा माना जाता है और इसको बनाने के लिए रेड सैंड स्टोन को इस्तेमाल किया गया था. आप यहां खाने की चीजों को अंदर लेकर नहीं जा सकते. ये जगह बेस्ट चॉइस है जहां ऐतिहासिक इमारत के साथ खूबसूरत नजारे का भी लुत्फ उठा सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशन है.
42 मीटर इस आइकॉनिक इमारक को दिल्ली की पहचान माना जाता है. ये उन 70,000 सैनिकों की याद में बनवाया गया है, जो फर्स्ट वर्ल्ड वॉर में ब्रिटिश सेना से लड़ते हुए शहीद हो गए थे. इसका डिजाइन सर बालेन शाह ने तैयार किया था, जो पेरिस के 'आर्क डे ट्रॉयम्फ' से इंस्पायर्ड है. यहां जाने के लिए कोई टिकट नहीं लगती साथ ही स्ट्रीट फूड्स के बहुत सारे ऑप्शनस हैं. मंडी हाउस और सेंट्रल सेक्रेटेरिएट सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशंस हैं.
दिल्ली के नेहरू प्लेस में स्थित लोटस टेंपल अपनी फूलों की आकृति के लिए मशहूर है. इसको 'बहाई मंदिर' के नाम से भी जाना जाता है. ये 1986 में बनवाया गया था, यहां रोजाना हजारों की तादाद में लोग आते है. इस मंदिर में न किसी की कोई मूर्ति है, और न ही किसी की पूजा की जाती है, यहां लोग सिर्फ शांति और सुकून के लिए आते है. यहां कोई एंट्री फीस नहीं लगती. कालका जी मंदिर और नेहरू प्लेस सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशंस हैं.
दिल्ली के महरौली इलाके में स्थित कुतुब मीनार, ये पत्थरों से बनी दुनिया की सबसे ऊंची मीनार है. इसकी हाइट 73 मीटर है और इस इमारत में 379 सीढ़ियां बनी हुई हैं. कुतुब मीनार को लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से बनाया गया है. यहां जाने के लिए 40 से 50 रूपय की टिकट लगती है साथ ही आप रात के समय यहां लाइट शो का मजा भी लें सकते हैं. साकेत और कुतुब मिनार सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशंस हैं.
लाल किला अपनी ऊंची दीवारों के लिए जाना जाता है. इसे 1638 से 1648 के बीच शाहजहां ने तैयार करवाया था. इसका पुराना नाम 'किला-ए-मुबारक' था, लेकिन लाल पत्थर से हुए निर्माण की वजह से इसे लाल किला के नाम से जाना जाने लगा. इसके अंदर जाने के लिए 2 मुख्य दरवाजे लाहौर गेट और दिल्ली गेट हैं . यहां जाने के लिए आपको 10 रूपय की टिकट खरीदनी पड़ेगी.
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