Urine Colours Meaning: ज्यादातर हेल्थ एक्सपर्ट हेल्दी एडल्ट्स को एक दिन में 7 से 8 ग्लास पानी पीने की सलाह देते हैं, जिसके बाद आप दिन में कई बार यूरिन पास करते हैं. पेशाब का करना एक नेचुरल प्रॉसेस है जिसके जरिए शरीर की गंदगी बाहर निकल जाते हैं. आपने जरूर देखा होगा कि बीमार पड़ने पर डॉक्टर यूरिन टेस्ट कराने की सलाह देते हैं. दरअसल इसके जरिए आपकी सेहत का हाल पता चलता है. आमतौर पर पेशाब का रंग पानी की तरह या बहुत ही हल्का पीला होता है. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक अगर आपके यूरिन का कलर नॉर्मल से चेंज होता है तो इसके कई अलग-अलग मायने हो सकते हैं.
अगर आप चुकंदर या बेरीज खा रहे हैं तो आपका यूरिन लाल या गुलाबी हो सकता है, लेकिन अगर इसे न खाने के बावजूद पेशाब का रंग रेड या पिंक नजर आता है, तो इसका मतलब की यूरिन में खून आ रहा है. इसके कई मायने हो सकते हैं जैसे ब्लाडर में कैंसर, किडनी में परेशानी या फिर बढ़ा हुआ प्रोस्टेट.
अगर आपका यूरिन डार्क ब्राउन या चाय के रंग का नजर आ रहा है तो इसका मतलब है कि शायद आप जरूरत से कम पानी पी रहे हैं. अगर पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के बावजूद पेशाब का रंग नहीं बदल रहा है तो ये लिवर या कोई दूसरी परेशानी हो सकती है.
आमतौर पर नीला या हरा यूरिन कम ही नजर आता है, इसलिए आप इसे देखकर चौंक सकते हैं. ऐसा इसलिए हो सकता जब आपके फूड में कोई डाई हो या फिर आप कुछ खास दवाइयों का सेवन कर रहे हो. ब्लू या ग्रीन पेशाब आने पर तुरंत डॉक्टर को बताएं.
विटामिन बी के कारण आपके यूरिन का कलर वाइब्रेंट येलो हो सकता है, हालांकि इसका सेहत पर कोई बुरा असर शरीर पर नहीं होता, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है. इससे साबित होता है कि आपके डाइट सप्लिमेंट कैसे पेशाब के रंग को तय कर सकता है.
अगर आपका यूरिन क्लाउड यानी बादल के जैसा है तो शायद आपको किडनी की कोई परेशानी है, इसके अलावा कई बार पेशाब में सीमेन मिक्स हो जाता है जो उसे ऐसे रंग का बना देता है. Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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