Rajan Ji Maharaj Biography: मशहूर कथावाचक राजन जी महाराज अपनी रामकथा और भजनों के लिए बहुत ख्याति पा रहे हैं. उनकी कथाओं में बड़ी तादाद में श्रद्धालु उमड़ते हैं. वहीं उनके भजन खूब सुने जाते हैं. आइए जानते हैं राजन जी महाराज के जीवन से जुड़े अहम पहलू
रामकथा वाचक राजन जी महाराज पश्चिम बंगाल के कोलकाता में पैदा हुए. उनका असली नाम राजन तिवारी है. ब्राह्मण परिवार में जन्मे राजन के परिवार में धार्मिक माहौल था. डॉक्टर बनने का सपना पूरा नहीं हुआ तो उन्होंने केमेस्ट्री से ग्रेजुएशन किया.
मूल रूप से उनका परिवार बिहार के सीवान का रहने वाला है. राजन जी महाराज के परिवार में उनके माता-पिता, 3 भाई, पत्नी और 2 बच्चे हैं. उनके भाई विनय उनके साथ कथा में हारमोनियम बजाते हैं.
राजन जी महाराज की 2007 में शादी हुई थी. उनकी पत्नी और 2 बच्चे (1 बेटा, 1 बेटी) मीडिया से दूर ही रहते हैं. वे सामाजिक तौर पर ज्यादा नजर नहीं आते हैं. राजन जी महाराज ने अपने आध्यात्मिक और निजी जीवन को अलग-अलग रखना ही पसंद किया है.
राजन जी महाराज के गुरु श्री प्रेमभूषण जी महाराज हैं. जिनके जोर देने पर ही वे कथावाचन के क्षेत्र में आए. 2011 से रामकथा कर रहे राजन जी महाराज के भजन भी बेहद लोकप्रिय हैं.
खबरों के मुताबिक राजन महाराज कथा करने के लिए फीस के तौर पर लाखों रुपए लेते हैं. उनकी राम कथा को सुनने के लिए खूब भीड़ उमड़ती है. वे विदेशों में भी कथा करने जाते हैं. ब्रिटिश संसद में राजन जी महाराज को सम्मानित भी किया जा चुका है.
राजन महाराज के वैसे तो कई भजन लोकप्रिय हैं लेकिन इनमें से कुछ भजन ऐसे हैं, जिनके कारण वे जन-जन में मशहूर हो गए. इसमें - सीता राम सीता राम कहिए..., अगर नाथ देखोग अवगुण हमारे..., आज मिथिला नगरिया निहाल सखियां..., पकड़ लो बांह रघुराई... आदि शामिल हैं.
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