25 December ko hindu Festival: दुनिया के कई ईसाई बहुल देशों में 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दिन हिंदुओं का कौन सा त्योहार सेलिब्रेट किया जाता है.
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25 December ko hinduon mein kaun sa tyohar manaya jata hai: आज यूरोपियन समेत कई देशों में ईसाइयों का प्रमुख त्योहार क्रिसमस मनाया जा रहा है. इसके लिए कई दिनों पहले से तैयारियां शुरू हो जाती हैं और घरों को प्लास्टिक आइटम से सजाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सनातन धर्म में आज यानी 25 दिसंबर को कौन सा त्योहार मनाया जाता है. जो अब धीरे-धीरे लोकप्रिय होता जा रहा है. आज इस लेख में हम आपको विस्तार से इसके बारे में बताने जा रहे हैं.
धार्मिक विद्वानों के मुताबिक, 25 दिसंबर को तुलसी पूजन दिवस मनाया जाता है. सनातन धर्म में तुलसी को बहुत शुभ पौधा माना गया है. कहते हैं कि तुलसी में मां लक्ष्मी का वास होता है. इसीलिए सुबह-शाम दीपक जलाकर तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है. साथ ही उसकी वैसे ही देखभाल की जाती है, जैसे किसी छोटे बच्चे की होती है. आज हम आपको तुलसी पूजन दिवस मनाने की विधि के बारे में बताते हैं.
तुलसी पूजन दिवस की तिथि और शुभ मुहूर्त 2024
धार्मिक विद्वानों के अनुसार, तुलसी पूजन दिवस प्रत्येक वर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है. इस दिन सुबह नहा-धोकर तुलसी को जल चढ़ाया जाता है और फिर उसकी पूजा होती है. इसके बाद दिनभर का व्रत शुरू होता है. शाम के समय गोधूलि बेला में तुलसी की पूजा का शुभ मुहूर्त होता है. लिहाजा उस वक्त आप पूजा करना बिल्कुल न भूलें. इसके बाद भगवान को भोग लगाकर व्रत खोल लिया जाता है.
जान लें तुलसी पूजन दिवस की विधि
आप तुलसी पूजन दिवस पर लाल रंग के वस्त्र धारण कर घर में रंगोली बनाएं. इसके बाद तुलसी के पौधे में जल चढ़ाकर उसके गमले पर कुमकुम लगाएं. फिर तुलसी को लाल चुनरी ओढ़ाकर उनका शृंगार करें. इस श्रंगार में फूल, माला, फल, पंचामृत धूप, दीप और मिठाई जरूर शामिल करें. फिर तुलसी जी के मंत्रों का जाप करके अंत में तुलसी माता की आरती करें.
तुलसी पूजन का महत्व
मान्यता है कि विधि-विधान के साथ तुलसी की पूजा करने से मां लक्ष्मी बेहद प्रसन्न होती हैं. वे जातक को अपना आशीर्वाद देती हैं, जिससे उसके परिवार में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है. कहते हैं कि जिस घर में तुलसी का पौधा लगा होता है, वहां पर रोग, दोष, दुख-दर्द, गरीबी पास भी नहीं फटकते. यह पौधा नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश रोकने में बड़ी भूमिका निभाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)