तीन दिवसीय ईद अल-फितर दुनिया के 1.8 अरब मुसलमानों के लिए रमजान के उपवास महीने के अंत का प्रतीक है.
Trending Photos
नई दिल्ली: तीन दिवसीय ईद उल-फितर दुनिया के 1.8 अरब मुसलमानों के लिए रमजान के उपवास महीने के अंत का प्रतीक है. इस साल मुस्लिमों का यह सबसे अहम त्यौहार कोरोना वायरस की छाया में मनेगा. इस मौके पर लोग आमतौर पर यात्रा करते हैं, अपने परिवार के साथ घूमते हैं और शानदार भोजन के लिए इकट्ठा होते हैं, लेकिन इस साल यह सब संभव नहीं हो सकेगा. ज्यादातर देशों ने वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए सख्त प्रतिबंध लगाए हुए हैं.
चांद के नजर आने के आधार पर यह अवकाश 23 या 24 मई को शुरू होगा और रमज़ान के रोज़े पर समाप्त होगा. खाड़ी देशों में मुस्लिम 23 अप्रैल से रमजान के चांद दिखने के बाद से 24 अप्रैल से रोजे रख रहे हैं. शुक्रवार को इस क्षेत्र में रमजान का 29 वां दिन है.
गल्फ न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूएई सरकार ने एक चांद देखने वाली समिति बनाई है. समिति शाम को यूएई के न्याय मंत्री की अध्यक्षता में एक आभासी बैठक आयोजित करेगी.
इस बीच, सऊदी राजपत्र ने बताया कि सऊदी अरब में रियाद के पास मजमाह विश्वविद्यालय के वेधशाला में खगोलविदों ने पुष्टि की कि शुक्रवार को 29वें रमजान पर शव्वाल के अर्धचंद्र को नहीं देखा जा सकता है.
यहां की रिपोर्ट में कहा गया था, "खगोलीय वैज्ञानिक गणना के अनुसार, सूरज 6.33 बजे 293 डिग्री पर और चंद्रमा शुक्रवार को शाम 6.26 बजे, रमजान 29 को सेट होगा. इसका मतलब है कि चंद्रमा सूर्यास्त से 13 मिनट पहले होगा."