प्यार एक ऐसा शब्द है जो दो व्यक्तियों के जीवन को एक फूल की तरह खिला देता है. यह जीवन में कोई बाधा नहीं देखता.
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नई दिल्ली: प्रेम विवाह (Love Marriage) के चलन में अचानक बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन विवाह के बाद संबंधों में टकराव और विवाह की विफलता भी देखने को मिल रही है. प्यार एक ऐसा शब्द है जो दो व्यक्तियों के जीवन को एक फूल की तरह खिला देता है. यह कोई बाधा नहीं देखता. इन सबके बावजूद भी प्रेम विवाह की सफलता बहस का एक गंभीर मुद्दा है.
यह जानने के लिए कि एक सफल प्रेम विवाह (Love Marriage) कैसे किया जाता है, हमने डॉ० विनय बजरंगी से बात की, जो भारत के सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषियों में से एक हैं और वैदिक ज्योतिष का अभ्यास करते हैं. उन्होंने प्रेम विवाह संबंधी समस्याओं के प्रभावी निदान बताए है जिनका पालन करके कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में एक सफल प्रेम संबंध स्थापित कर सकता है. पेश है उनसे हुई हमारी बातचीत के कुछ अंश.
डॉ विनय बजरंगी: आपकी कुंडली में प्रेम विवाह (Love Marriage) है कि नहीं, इसके लिए जन्मतिथि के अनुसार प्रेम विवाह भविष्यवाणियों का अर्थ है आपकी जन्म कुंडली पर गहन विचार करना. जिसमें आपकी जन्म तिथि, समय, जन्म स्थान और जन्म के समय ग्रहों की स्थिति का विवरण मौजूद होता है. जन्मतिथि के अनुसार प्रेम विवाह ज्योतिष में इससे संबंधित भविष्यवाणियां करने के सभी संकेत मौजूद होते हैं. अब मैं कुछ ज्योतिषीय पहलुओं के विषय में चर्चा करूंगा, जो की प्रेम विवाह भविष्यवाणी करने के लिए आवश्यक हैं. जिस व्यक्ति से आप विवाह करने के इच्छुक हैं, उसके सभी गुणों और लक्षणों को जानने के लिए हम लग्न, लग्नेश और पंचम और सप्तम भाव के साथ संबंध से प्रारम्भ करते हैं. इसके बाद प्रेम विवाह (Love Marriage) योग के लिए हम शुक्र की स्थिति को देखते हैं, जो प्रेम, रोमांस, सौंदर्य, यौन सुख, इच्छाओं, आकर्षण और इसी प्रकार के लक्षणों का सूचक ग्रह है. जन्मतिथि के अनुसार लग्न, शुक्र और चंद्रमा में राहु और केतु का होना भी व्यक्ति को प्रेम विवाह के के लिए प्रेरित करता है.
डॉ विनय बजरंगी के मुताबिक प्रेम विवाह (Love Marriage) कैसे सफल हो, ये मैं एक आम आदमी के नजरिये से समझाऊंगा. एक प्रेम विवाहित युगल को एक दूसरे के जीवन मूल्यों का सम्मान करना चाहिए. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर मतभेद होने पर एक-दूसरे के साथ बेहतर समझ और तालमेल बैठाने की चेष्टा करनी चाहिए. हमेशा एकाधिकार करने की बजाय विनम्रता का गुण अपने अंदर समाहित करना चाहिए.
एक दूसरे के परिवार के प्रति सम्मान भी भारत में विवाह की सफलता का एक महत्वपूर्ण कारक है. एक युगल को अपने रिश्ते में ईमानदारी और पारदर्शिता रखनी चाहिए. जीवन में जब भी नकारात्मकता आए तो ऐसी स्थिति में साथी का साथ देना चाहिए. इसका अर्थ है कि आप एक-दूसरे का सम्मान करते हैं और यदि आप ऐसा कर सकते हैं, तो आप नि:संदेह एक सफल प्रेम संबंध स्थापित कर पाएंगे.
डॉ विनय बजरंगी: ज्योतिषी के पास कोई जादू की छड़ी नहीं होती. अधिकतर मामलों में दोनों साथी एक-दूसरे के विषय में कई बातों से अवगत होने का दावा करते हैं, क्योंकि उन्होंने एक-दूसरे के साथ काफी समय बिताया है. यह बात काफी तर्क संगत और सरल है और इसमें कुछ भी त्रुटिपूर्ण नहीं है. हालांकि लव मैरिज में सफलता के लिए विवाह से पूर्व इन विशेषताओं और लक्षणों का सत्यापन करना आवश्यक है, जिसका सुझाव मैं एक प्रेम समस्या समाधान ज्योतिषी होने के नाते दे सकता हूं. एक अच्छा विवाह ज्योतिषी आपकी लव मैरिज की सफलता के लिए आप दोनों की जन्म तिथि के जरिए आने वाले मन मुटाव से आपको अवगत कराकर प्रेम अनुकूलता की स्पष्टता करता है.
डॉ विनय बजरंगी: लव मैरिज का बेस्ट सलूशन है कि आप जो प्रेम विवाह से पहले हैं, उसे आप किस तरह विवाह के बाद बरक़रार रख सकते हैं. उसके लिए प्रेम विवाह हो या अरेंज्ड मैरिज, आपको संबंधों को मधुर रखना होता है. लव मैरिज का बेस्ट सलूशन है कि कुंडली मिलान करके विवाह करें और अगर कभी लव मैरिज (Love Marriage) के बाद मतभेद होते हैं तो ये सब ठीक किए जा सकते हैं. इसके लिए आप किसी अच्छे विवाह ज्योतिष से संपर्क कर सकते हैं.
डॉ विनय बजरंगी: यदि आपका मतलब कुंडली मिलान से केवल गुण मिलान या कम्प्यूटरीकृत परिणाम लेना है तो आप कुंडली मिलवाते हैं या नहीं इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ता. यदि आप वैदिक ज्योतिष मानकों के अनुसार संबंध अनुकूलता के कारकों का मिलान कर रहे हैं तो यह आपके लिए महत्त्वपूर्ण और लाभकारी दोनों है.
चाहे प्रेम विवाह (Love Marriage) हो या सुसंगत, सुखी वैवाहिक जीवन के लिए प्रेम संबंध को निभाना होता है. इसलिए विवाह के लिए कुंडली मिलान करना एक अच्छा निर्णय होता है. यह आपको वैवाहिक जीवन में आने वाली समस्या के बारे पहले से संकेत दे सकता है और आपको बता सकता है कि आपको इस समस्या से बचने के लिए क्या करना चाहिए. प्रेम विवाह में कुंडली मिलान का एक प्रमुख कारण यह है कि प्यार में कभी-कभी हम सामाजिक और पारिवारिक सीमाओं की उपेक्षा करते हैं.
डॉ विनय बजरंगी: विवाह, चाहे वह प्रेम विवाह (Love Marriage) हो या सुसंगत, जरूरी यह है कि आप अपने रिश्ते का सम्मान किस प्रकार करते हैं. दोनों में से कौन सा विवाह बेहतर है, इस विषय पर बहस तब तक महत्व नहीं रखती, जब तक कि आप अपने आपको अपने साथी की विशेषताओं, प्रबलताओं , कमजोरियों, व्यवहार, पारदर्शिता और ईमानदारी से संतुष्ट नहीं कर लेते हैं. मुझे पूरी आशा है कि आप इस बात से अवगत हो गए होंगे कि मैं क्या कहना चाह रहा हूं. यदि आप इन कारकों की जांच करते हैं, तो दोनों प्रकार के विवाहों की सफलता समान होगी.
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यह थे डॉ विनय बजरंगी, जो की भारत के सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषियों में से एक हैं. वैदिक ज्योतिष के कई रहस्यों के अनावरण के इस क्रम में अधिक जानने के लिए https://www.vinaybajrangi.com/hindi/पर पढ़ सकते है या +91 9278665588/9278555588 पर उनके कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं.
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