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Mangal Kavach Path: सनातन धर्म में सप्ताह के सातों दिन किसी न किसी देवी देवता को समर्पित है. मंगलवार का दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना का दिन है. इस दिन कुछ ज्योतिष उपाय कुंडली में मंगल ग्रह को मजबूत करने में मदद करते हैं. मान्यता है कि इस दिन मंगल देव की पूजा करनी चाहिए. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगलवार के दिन मंगल कवच का पाठ करना शुभ माना जाता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगलवार के दिन व्रत करने और पूरी श्रद्धा के साथ हनुमान जी का नाम जपने मात्र से ही व्यक्ति के सभी संकट दूर होते हैं. इस दिन बजरंगबली की पूजा करने से दुख, संकट, भय और कष्टों से छुटकारा मिलता है. मंगलवार के दिन पूजा के बाद मंगल स्त्रोत का पाठ और मंगल कवच का पाठ अवश्य करें.
मंगल ग्रह कवच (Mangal Kavach Lyrics In Hindi)
अस्य श्री मंगलकवचस्तोत्रमंत्रस्य कश्यप ऋषिः
अनुष्टुप् छन्दः, अङ्गारको देवता
भौम पीडापरिहारार्थं जपे विनियोगः
रक्तांबरो रक्तवपुः किरीटी चतुर्भुजो मेषगमो गदाभृत्
धरासुतः शक्तिधरश्च शूली सदा ममस्याद्वरदः प्रशांतः
अंगारकः शिरो रक्षेन्मुखं वै धरणीसुतः
श्रवौ रक्तांबरः पातु नेत्रे मे रक्तलोचनः
नासां शक्तिधरः पातु मुखं मे रक्तलोचनः
भुजौ मे रक्तमाली च हस्तौ शक्तिधरस्तथा
वक्षः पातु वरांगश्च हृदयं पातु लोहितः
कटिं मे ग्रहराजश्च मुखं चैव धरासुतः
जानुजंघे कुजः पातु पादौ भक्तप्रियः सदा
सर्वण्यन्यानि चांगानि रक्षेन्मे मेषवाहनः
या इदं कवचं दिव्यं सर्वशत्रु निवारणम्
भूतप्रेतपिशाचानां नाशनं सर्व सिद्धिदम्
सर्वरोगहरं चैव सर्वसंपत्प्रदं शुभम्
भुक्तिमुक्तिप्रदं नृणां सर्वसौभाग्यवर्धनम्
रोगबंधविमोक्षं च सत्यमेतन्न संशयः
इति श्रीमार्कण्डेयपुराणे मंगलकवचं संपूर्णं
मंगल स्त्रोत पाठ (Mangal Stotra Path In Hindi)
रक्ताम्बरो रक्तवपु: किरीटी, चतुर्मुखो मेघगदो गदाधृक
धरासुत: शक्तिधरश्च शूली, सदा मम स्याद वरद: प्रशान्त:
धरणीगर्भसंभूतं विद्युतेजसमप्रभम
कुमारं शक्तिहस्तं च मंगलं प्रणमाम्यहम
ऋणहर्त्रे नमस्तुभ्यं दु:खदारिद्रनाशिने
नमामि द्योतमानाय सर्वकल्याणकारिणे
देवदानवगन्धर्वयक्षराक्षसपन्नगा:
सुखं यान्ति यतस्तस्मै नमो धरणि सूनवे
यो वक्रगतिमापन्नो नृणां विघ्नं प्रयच्छति
पूजित: सुखसौभाग्यं तस्मै क्ष्मासूनवे नम:
प्रसादं कुरु मे नाथ मंगलप्रद मंगल
मेषवाहन रुद्रात्मन पुत्रान देहि धनं यश:
मांगलिक दोष के उपाय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर किसी जातक की कुंडली में मांगलिक दोष होता है तो उसे शादी में कई तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ता है. इसके साथ ही, इसे दूर करने के लिए मंगल कवच का पाठ करें. ज्योतिष अनुसार कुंडली के प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम और द्वादश भाव में मंगल के होने पर ये दोष लगता है. जातक की कुंडली में मंगल दोष होने पर मंगलवार के दिन पूजा के समय मंगल कवच का पाठ अवश्य करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)