Mesh Sankranti 2023: पितृ दोष से अटक रहे हैं बनते हुए काम? मेष संक्रांति पर इन 5 चीजों का कर दें दान, सारे कष्टों से मिल जाएगी मुक्ति
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Mesh Sankranti 2023: पितृ दोष से अटक रहे हैं बनते हुए काम? मेष संक्रांति पर इन 5 चीजों का कर दें दान, सारे कष्टों से मिल जाएगी मुक्ति

Mesh Sankranti 2023 Date: पूरे ब्रह्मांड को अपनी रोशनी से जगमग रखने वाले सूर्य देव 14 अप्रैल को मेष राशि में प्रवेश कर जाएंगे. इसे मेष संक्रांति भी कहते हैं. मान्यता है कि इस दिन 5 खास चीजें दान करने से सभी तरह के कष्ट दूर हो जाते हैं. 

Mesh Sankranti 2023: पितृ दोष से अटक रहे हैं बनते हुए काम? मेष संक्रांति पर इन 5 चीजों का कर दें दान, सारे कष्टों से मिल जाएगी मुक्ति

Mesh Sankranti 2023 aur Daan ka Mahatva: वैदिक शास्त्रों के मुताबिक साल में 12 संक्रांति आती हैं. इनमें 14 अप्रैल में आने वाली मेष संक्रांति (Mesh Sankranti 2023) यानी बहुत शुभ मानी जाती है. इस बार मेष संक्रांति पर सूर्य देव मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं. मेष संक्रांति का यह पर्व 14 अप्रैल से शुरू करके 15 अप्रैल तक रहेगा. जो लोग पितृ दोष से पीड़ित हैं, वे इस दिन 5 चीजों का दान इस दोष से मुक्ति पा सकते हैं. आइए आपको उन चीजों के बारे में बताते हैं, जिन्हें इस दिन दान करना शुभ माना जाता है. 

पितृ दोष से मिल जाती है मुक्ति

धार्मिक विद्वानों के मुताबिक जो जातक पितृ दोष से पीड़ित चल रहे हैं, उन्हें मेष संक्रांति (Mesh Sankranti 2023) वाले दिन गुजर चुके लोगों का तर्पण करना चाहिए. इसके साथ ही आम का टिकोरा, सत्तू, पंखा, बेल का फल और मिट्टी के घड़े में जल भरकर किसी जरूरतमंद को दान दे देना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से पितृ दोष का असर धीरे-धीरे कम होने लगता है और सभी तरह के कष्टों से मुक्ति मिलने लगती है. 

एक महीने तक मिलता है दान का पुण्य

कहा जाता है कि इस दिन दान करने से पूरे परिवार को शुभ लाभ प्राप्त होते हैं और तरक्की हासिल होती है. मेष संक्रांति (Mesh Sankranti 2023) वाले दिन दिए गए दान का फल एक महीने तक मिलता है. यही वजह है कि तीर्थ स्थलों पर दान देने और लेने वाले लोगों की भीड़ लगी रहती है. 

गंगा स्नान का होता है विशेष महत्व

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष संक्रांति पर गंगा नदी में डुबकी जरूर लगानी चाहिए. ऐसा करने से बहुत पुण्य मिलता है. अगर गंगा स्नान करना संभव नहीं है तो आसपास दूसरी पवित्र नदियों के जल से भी स्नान कर सकते हैं. इससे परिवार पर सूर्य देव की कृपा बरसती है और सेहत अच्छी रहती है. 

शुरू हो जाते हैं शुभ मांगलिक कार्य

धार्मिक विद्वान कहते हैं कि सूर्य के मेष राशि (Mesh Sankranti 2023) में प्रवेश के साथ ही खरमास समाप्त हो जाता है. साथ ही शुभ और मांगलिक कार्यों की विधिवत शुरुआत हो जाती है. इसके बाद लग्न, विवाह, मुंडन समेत कई तरह के शुभ कार्य किए जा सकते हैं. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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