114 कलशों के जल से होगा रामलला की मूर्ति का स्‍नान, देखें पूरे दिन का शेड्यूल
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114 कलशों के जल से होगा रामलला की मूर्ति का स्‍नान, देखें पूरे दिन का शेड्यूल

Ram Mandir Pran Pratishtha: पूरा देश रामलला की मूर्ति के दर्शन कर चुका है. अब वो पल बहुत करीब है, जब मूर्ति की प्राण-प्रतिष्‍ठा होगी. 1 हफ्ते के अनुष्‍ठानों के बीच आज रामलला की मूर्ति का औषधियुक्‍त जल से स्‍नान कराया जाएगा. 

114 कलशों के जल से होगा रामलला की मूर्ति का स्‍नान, देखें पूरे दिन का शेड्यूल

Pran Pratishtha Schedule 21 January 2024: अयोध्‍या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्‍ठा से पहले के अनुष्‍ठान जारी हैं. आज 21 जनवरी 2024, रविवार को अनुष्‍ठानों का 6वां दिन है. रविवार को रामलला की मूर्ति का औषधियुक्‍त जल से स्‍नान कराया जाएगा. इसके अलावा प्रभु राम का शैय्या अधिवास समेत कई अन्‍य अनुष्‍ठान होंगे. प्राण-प्रतिष्‍ठा से पहले के अनुष्‍ठानों का यह आखिरी दिन है. इसके बाद 22 जनवरी 2024 को प्राण-प्रतिष्‍ठा होगी और इसके साथ ही 500 सालों का इंतजार खत्‍म होगा, जब लोग अपने आराध्‍य प्रभु राम को उनकी जन्‍मस्‍थली पर बने भव्‍य मंदिर में विराजमान देखेंगे. 

रविवार के अनुष्‍ठान 

श्री राम जन्‍मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्‍ट द्वारा जारी किए गए विवरण के अनुसार 21 जनवरी 2024, रविवार को स्थापित देवताओं का दैनिक पूजन, हवन, पारायण, आदि कार्य होंगे. फिर प्रातः मध्वाधिवास होगा. इसके बाद रामलला की मूर्ति का 114 कलशों के विविध औषधीयुक्त जल से स्नपन और महापूजा होगी. 

फिर उत्सवमूर्ति की प्रासाद‌ परिक्रमा, शय्याधिवास, तत्लन्यास, महान्यास आदिन्यास, शान्तिक-पौष्टिक - अघोर होम, व्याहति होम होगा. सायं पूजन एवं आरती होगी. वहीं कल 22 जनवरी 2024 को मूर्ति की प्राण-प्रतिष्‍ठा से पहले पूरी रात जागरण होगा, जिसमें भजन कीर्तन होगा. 

मंदिर में हुई 81 कलशों की स्‍थापना 

इससे पहले 20 जनवरी 2024, शनिवार को मण्डप में नित्य पूजन, हवन, पारायण आदि कार्य हुए. इससे पहले सुबह भगवान का शर्कराधिवास, फलाधिवास हुआ था. साथ ही मन्दिर के प्रांगण में 81 कलशों की स्थापना और पूजा की गई. 81 कलशों से प्रासाद का स्नपन मन्त्रों से भव्य रूप में सम्पन्न हुआ. मूर्ति का प्रासाद अधिवासन, पिण्डिका अधिवासन, पुष्पाधिवास भी हुआ था. 

बता दें कि 22 जनवरी 2024, सोमवार की दोपहर साढ़े 12 बजे 84 सेकंड के बेहद शुभ मुहूर्त में मूर्ति की प्राण प्रतिष्‍ठा होगी. प्राण-प्रतिष्‍ठा के मुख्‍य यजमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे. इससे पहले के अनुष्‍ठानों के मुख्‍य यजमान डॉ. अनिल मिश्रा और उनकी पत्‍नी उषा मिश्रा हैं. 

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