Shani Dev Ke Guru: शनि देव को क्रूर स्वभाव का माना जाता है. हालांकि, ऐसा नहीं है, वह इंसानों को उनको अच्छे और बुरे कर्मों के हिसाब से फल प्रदान करते हैं. आज के लेख में जानेंगे कि शनि देव के गुरु, भाई-बहन और मित्र कौन हैं.
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Shani Dev Ke Brother-Sister and Friend: शनि देव क्रूर स्वभाव के होने के साथ ही गंभीर और तपस्वी भी हैं. वह ग्रहों के राजा सूर्य के पुत्र हैं और छाया उनकी मां है. शनि देव के बारे में जानने को लेकर अक्सर लोगों में दिलचस्पी बने रहती है. क्या आप जानते हैं कि शनि देव के परिवार में कौन-कौन से सदस्य हैं. उनके भाई-बहन और दोस्त कौन हैं. उन्होंने किनको अपना गुरु बनाया था.
परिवार
हिंदू मान्यता के अनुसार शनि के भाई मृत्यु के देवता यमराज हैं. जबकि यमुना और भद्रा उनकी बहने हैं. यमुना को पवित्र व पापनाशिनी माना गया है. वहीं, भद्रा अशुभ फल देने वाली हैं. शनि देव ने भगवान भोलेनाथ को अपना गुरु बनाया था. वहीं, हनुमान, भैरव, बुध और राहु से उनकी मित्रता है.
चाल
मान्यता के अनुसार, शनि को प्रसन्न करने के लिए काले रंग की वस्तुएं काला कपड़ा, तिल, उड़द, लोहे का दान या चढ़ावा दिया जाता है. शनि को न्याया का देवता और दण्डाधिकारी की संज्ञा दी गई है. वह लंगड़ाकर चलते हैं, इसलिए उनकी चाल काफी धीमी है, इसलिए वह राशि गोचर करने में करीब ढाई साल का समय लगाते हैं.
फल
शनि देव हमेशा बुरे प्रभाव नहीं देते हैं, शुभ फल भी प्रदान करते हैं. शनि देव को बभ्रु, रोद्रान्तक, पिप्पलाश्रय, सौरि, शनैश्चर, कृष्ण, कोणस्थ, मंद, पिंगल नामों से भी जाना जाता है. शनि की महादशा 19 साल की होती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)