Shani Gochar 2022 Upay: शनि ने किया मकर राशि में प्रवेश, शनि की कुदृष्टि से बचने के लिए कर लें ये खास उपाय
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Shani Gochar 2022 Upay: शनि ने किया मकर राशि में प्रवेश, शनि की कुदृष्टि से बचने के लिए कर लें ये खास उपाय

Shani Upay: आज 12 जुलाई को शनि ने मकर राशि में प्रवेश कर लिया है. शनि के इस राशि परिवर्तन के बाद जहां कुछ राशियों को शनि के अशुभ प्रभावों से राहत मिली है. वहीं, कुछ पर शनि की महादशा शुरू हो गई है. जानें शनि से बचने के उपाय. 

 

फाइल फोटो

Shani Remedies: शनि को ज्योतिष शास्त्र में सबसे धीमी गति वाला ग्रह माना गया है. शनि किसी भी राशि में ढाई साल तक रहते हैं और समय-समय पर राशि परिवर्तन करते रहते हैं. अभी शनि ने वक्री स्थिति में मकर राशि में प्रवेश किया है. शनि के मकर में प्रवेश करते ही जहां कुछ राशियों को शनि साढ़े साती और ढैय्या से राहत मिली है. वहीं इस  दौरान कुछ राशियां इसकी चपेट में आ गई हैं. बता दें कि शनि मकर राशि में अक्टूबर तक वक्री रहेंगे. इस दौरान शनि की चपेट में आईं राशियों के जातकों को शनि के उपाय करने की सलाह दी जाती है. 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर शनि की महादशा के समय इन उपायों को कर लिया जाए, तो शनि के दुष्प्रभावों को कम किया जा सकता है. आइए जानते हैं शनि के इन उपायों के बारे में. 

शनि के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए करें ये काम

- शनि के राशि परिवर्तन से कुछ राशियां शनि की चपेट में आ गई हैं. ऐसे में हर शनिवार 3 माला ”ॐ प्रां प्रीं प्रों स: शनैश्चराय नमः” का जप करें. साथ ही, नियमित रूप से एक माला शनि के अन्य मंत्र का जाप करना लाभदायी रहता है. इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं और शनि दोष से मुक्ति मिलती है. 

- शनि अमावस्या के दिन सुबह और सूर्यास्त के समय विधिविधान से पूजन करें. इस दौरान शनि चालीसा और शनि मंत्र जाप बहुत शुभ माना जाता है. शाम के समय शनिदेव की पूजा के साथ-साथ हनुमान मंदिर भी जाएं. और सुंदरकांड का पाठ करें. 

- मान्यता है कि शनि के प्रभावों को कम करने के लिए शनिवार के दिन श्रवण नक्षत्र में काले धागे में शमी की अभिमंत्रित जड़ धारण करें. साथ ही, इस दिन शनि से संबंधित चीजें जैसे- काले तिल, काले जूते, काला छाता, कस्तुरी काले तिल, काली मसूर आदि का दान भी शनि के प्रभावों को कम करता है. 

- शनि के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए शनिवार के दिन लोहे की कटोरी में सरसों का तेल लें और उसमे अपना चेहरा देख लें. इसे अब किसी शनि मंदिर में दान दे दें. इस दिन शनि स्तोत्र का पाठ करें. पक्षियों को दाना डालें. 

- शनि के प्रभावों को कम करने के लिए नियमित रूप  से भगवान शिव की पूजा करें. पीपल के पेड़ के पास शनि लघु स्तोत्र का पाठ करें. इसके बाद कच्ची लस्सी में काले तिल डालकर पीपल के पेड़ में चढ़ा दें और घर में सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें.

 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

 

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